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गोवा : हलाल प्रमाणपत्र के लिए ‘जमियत उलेमा-ए-हिंद’ संगठन को शासकीय मान्यता न दी जाए !

फोंडा (गोवा) में हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन द्वारा मांग

फोंडा – भारत सरकार के भारतीय अन्न सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) एवं अन्न एवं औषधि प्रशासन (FDA) जैसी खाद्यपदार्थों का प्रमाणीकरण करनेवाली शासकीय संस्थाओं के होते हुए ‘हलाल प्रमाणपत्र’द्वारा समांतर इस्लामी अर्थव्यवस्था निर्माण की जा रही है । मूल ‘हलाल’ इस्लामी संकल्पना पहले मांस तक ही मर्यादित थी; परंतु आज वह अनाज, मिठाई, सौंदर्यप्रसाधन, शाकाहारी पदार्थ, औषधियां आदि जैसे प्रत्येक क्षेत्र में लागू की गई है ।

निदर्शन करते हुए हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ता

‘हलाल अर्थव्यवस्था’ राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से एक बडा संकट है । भारत सरकार ने ‘जमियत उलेमा-ए-हिंद’ नामक संगठन को ‘हलाल प्रमाणपत्र’ देने की मान्यता देनेवाली अधिसूचना (नाेटिस) प्रकाशित की है । यह लागू होते ही अघोषित हलालसख्ती अधिकृत हो जाएगी । इस पृष्ठभूमिपर १३ सितंबर को फोंडा के क्रांति मैदान में आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन द्वारा मांग की गई कि हलाल प्रमाणपत्र के लिए ‘जमियत उलेमा-ए-हिंद’ संगठन को शासकीय मान्यता न दी जाए ।

​ ‘हलालमुक्त गणेशोत्सव’ अभियान में सम्मिलित होने का आवाहन

हिन्दू जनजागृति समिति ‘हलालमुक्त भारत’ अभियान के अंतर्गत ‘हलालमुक्त गणेशोत्सव’ अभियान कर रही है । समिति ने आवाहन किया है कि ‘हलालमुक्त गणेशोत्सव’ अभियान में सम्मिलित होना, धर्मरक्षा ही है । इस अभियान में सम्मिलित होकर अपना धर्मकर्तव्य निभाएं ।’

‘हलाल अर्थव्यवस्था के माध्यम से ८० प्रतिशत हिन्दू समाज पर हलाल की सख्ती की जा रही है । ‘हलाल प्रमाणिकरण’से मिले पैसों का उपयोग आतंकवादियों की कानूनी सहायता के लिए किया जा रहा है । इस पृष्ठभूमि पर प्रत्येक हिन्दू को गणेशोत्सव में ‘हलाल प्रमाणित’ वस्तुओं का उपयोग न करना, गणेशोत्सव के माध्यम से ‘हलाल प्रमाणीकरण’की भीषणता के विषय में जनजागृति करना आदि माध्यमों से ‘हलाल मुक्त गणेशोत्सव’ अभियान में सम्मिलित होने का आवाहन हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन के माध्यम से किया गया ।

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