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गाजियाबाद में धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश : कीर्तन के नाम पर हिंदुओं को बुलाया और बांटने लगे बाइबिल

  • ईसाई बनने पर पैसों का लालच
  • 7 महिलाओं सहित 15 गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में ईसाई धर्मान्तरण रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। कीर्तन के बहाने हिन्दुओं को जमा कर धर्म परिवर्तन की कोशिश की गई। ईसाई बनने के लिए पैसों का लालच भी दिया गया। इस मामले में पुलिस ने कुल 17 आरोपितों पर केस दर्ज किया है। अब तक 7 महिलाओं सहित कुल 15 गिरफ्तार हो चुके हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र का है। रविवार (17 सितम्बर 2023) को करहेड़ा गांव में भजन-कीर्तन के नाम पर हिन्दू समाज के 10 लोगों को इकट्ठा किया गया था। यह जमावड़ा नूरनगर कॉलोनी में रहने वाले दिनेश के घर पर था जो पास ही एक फैक्ट्री में काम करता है। कीर्तन करवाने दिल्ली से कई लोग आए थे। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं। कार्यक्रम के दौरान ही इसी गांव के सुभाषचंद ने पुलिस को सूचना देकर दिनेश के घर में हिन्दुओं के ईसाई धर्मान्तरण की कोशिश का आरोप लगाया।

पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सुभाषचंद से तहरीर ली और केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सुभाषचंद ने खुद को हिन्दू और आरोपितों की करतूत से आहत बताया। जाँच के दौरान कीर्तन में मौजूद कॉलोनी के निवासियों ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में उन्हें ईसाई बनने का प्रलोभन दिया गया। ऐसा करने पर उनकी तमाम तकलीफें दूर होने का भरोसा दिया गया। पैसों का भी का लालच दिया गया। कथित कीर्तन के नाम पर जमा किए गए लोगों के बीच बाइबिल सहित ईसाई मत की अन्य किताबें भी बाँटी गई।

जब पुलिस ने मकान मालिक दिनेश से पूछताछ की तब उन्होंने घर में जमा बाहरी लोगों के दिल्ली निवासी होने की जानकारी दी। दिनेश ने यह भी बताया कि बाहर से आए लोगों की जानकारी उसे यूट्यूब के एक वीडियो के माध्यम से मिली थी। 6 माह पहले दिनेश चोटिल हो गया था। इसके बाद उसने दुःख-दर्द दूर करने वाला वीडियो बनाने और धर्म परिवर्तन करवाने वाले इस गिरोह को सम्पर्क किया। कार्यक्रम में मौजूद सुभाष जाटव नाम के व्यक्ति ने दिनेश पर भी धर्मान्तरण रैकेट से जुड़े होने का आरोप लगाया है।

पुलिस ने जब कार्यक्रम करवाने दिल्ली से आए लोगों की खोजबीन की तो वे अगले दिन 18 सितंबर को गाजियाबाद में ही एक इको कार से घूमते मिले। इन सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने खुद को बचपन से ही ईसाई बताया। कबूल किया कि वे लोगों को प्रार्थना सभा के नाम पर जमाकर ईसाई मत की विशेषता बताते हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुद से जोड़ने के लिए आरोपितों ने लोगों को पैसों का लालच देने की भी बात स्वीकारी। साथ ही यह भी माना कि वो लोगों से बीमारी और तकलीफें दूर करने का वादा भी करते हैं।

इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने 7 महिलाओं सहित कुल 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी पर उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध 2021 के तहत कार्रवाई की गई है। पकड़े गए आरोपितों के नाम मकान मालिक दिनेश, चंद देव राय, बबलू, राजन वर्मा, जॉय, अशमत उस्मान, राजकुमार, अजय, अनीता, जयादास, रुचिका, मीनू और गुड़िया हैं। इन सभी के पास से 5 बाइबिल, गीत की 2 किताबें, वचन की किताब, गिटार और उसका कवर बरामद हुआ है। जिस इको कार से आरोपित घूम रहे थे उसे भी सीज कर दिया गया है।

स्रोत: ऑप इंडिया

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