विधायक बहाउद्दीन बहार ने दुर्गा पूजा को कहा ‘शराब का त्योहार’
बांग्लादेश में सांसद बहउद्दीन बहार के खिलाफ विरोध मार्च निकाल रहे हिंदू समुदाय पर हमला किया गया है। इसमें कई लोग घायल हो गए हैं। इन हिंदुओं का कसूर महज इतना था कि इन लोगों ने सांसद बहार द्वारा दुर्गा पूजा को ‘शराब का त्योहार’ बताने पर विरोध कर रहे थे। ये हमला कोमिला महानगर के नजरूल एवेन्यू इलाके में शुक्रवार (13 अक्टूबर) सुबह 11 बजे हुआ।
इस देश में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि सरकार में बैठे लोग हिंदुओं के खिलाफ इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियाँ कर रहे हैं। ये वहीं देश है, जिसकी मुक्ति वाहिनी को भारत ने सैनिक सहयोग दिया था और ये पाकिस्तान से स्वाधीनता प्राप्त कर नरसंहार से निजात पाया था।
ग्लोबल टेलीविज़न के यूट्यूब पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में हिंदू समुदाय के सदस्यों को बचने के लिए भागते हुए देखा जा सकता है।रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के दौरान एक महिला समेत कुल 5 लोग घायल हो गए। उनमें से एक के सिर पर भी गंभीर चोट भी आई। पीड़ितों में से तीन की पहचान आदित्य दास, सुनील दास और तन्मय दास के रूप में हुई है।
इस प्रदर्शन की अगुवाई बांग्लादेश युवा एकता परिषद, हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद (एचबीसीयूसी), छात्र एकता परिषद और महिला एकता परिषद ने किया था। ये संगठन कोमिला-6 निर्वाचन क्षेत्र अवामी लीग के सांसद बहउद्दीन बहार के दुर्गा पूजा को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के खिलाफ सड़क पर उतरे थे।
हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के महासचिव राणा दास गुप्ता के मुताबिक, सत्ताधारी आवामी लीग के सांसद बहउद्दीन ने 4 अक्टूबर 2023 को वार्षिक हिंदू बंगाली त्योहार को ‘मदजुक्तो पूजा’ (शराब का त्योहार) कहकर बदनाम किया था।
सांसद बहउद्दीन बहार ने यह भी दावा किया था कि अगर शराब की खपत कम कर दी जाए तो पूजा पंडालों की संख्या भी कम हो जाएगी। बहउद्दीन ने एक बार फिर से गुरुवार (12 अक्टूबर) को दुर्गा पूजा को शराब से जोड़ दिया।
स्रोत : ऑप इंडिया