कानपुर में पिछले कई महीनों में धर्म परिवर्तन के अनेकों मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, अब मिशनरी विद्यालय के टीचर पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगा है। शहर के कैंट स्थित एक विद्यालय की टीचर उच्च विद्यालय के छात्र के साथ चैटिंग करती थी। इस चैटिंग के आधार पर छात्र के परिजनों ने टीचर पर धर्म परिवर्तन की ओर ले जाने का गंभीर आरोप लगाया है। छात्र के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
शुक्लागंज में रह रहे परिजनों का कहना है कि उनका बेटा कैंट स्थित ईसाई मिशनरी के विद्यालय में उच्च विद्यालय का छात्र है। साथ ही ही आरोप लगाया कि वहां पढ़ाने वाली टीचर ने मोबाइल पर चैटिंग कर बेटे का माइंड वॉश किया। फिर उसके सिर की चोटी कटवा दी। टीचर ने उसे चैटिंग कर बताया कि ईसाई धर्म सबसे शांत और प्रेम करने वाला है।
परिजनों का आरोप है कि टीचर उनके बेटे का ईसाई धर्म में धर्मांतरण करना चाहती है। टीचर और छात्र के बीच हुई चैटिंग सामने आने के बाद कानपुर पुलिस ने परिजन व छात्रा से मिलकर उनके बयान दर्ज किए हैं।
परिजनों ने बंद करा दिया था बेटे का विद्यालय जाना
बता दें कि उच्च विद्यालय के छात्र और टीचर के बीच लव चेटिंग का मामला साल भर पहले आया था। मां ने दोनों के बीच चैटिंग पकड़ी थी। टीचर की शिकायत विद्यालय में की गई थी। इस पर विद्यालय की ओर से हिदायत देने के बाद यह मामला निपट गया था। लेकिन 15 दिन पहले जब पिता ने एक बार फिर मामला पकड़ा तो इसकी शिकायत लेकर वह विद्यालय के फादर से मिले। छात्र के परिजनों को उल्टा ही धमका दिया गया। इसके बाद से परिजनों ने छात्र का विद्यालय जाना बंद करा दिया है।
घर में बदला हुआ नजर आया बेटे का व्यवहार
फिलहाल पूरे मामले में छात्र के परिजनों की माने तो घर के माहौल में छात्र का पिछले कई महीनों से व्यवहार बदला हुआ नजर आ रहा था। इसके चलते परिवार वालों को कुछ अनहोनी की आशंका लगी थी। इसके बाद पिता ने लड़के पर नजर रखना चालू कर दिया था। पिता ने जब उसका मोबाइल चेक किया तो। हकीकत सामने आ गई।
बेटे ने विद्यालय की टीचर के बारे में बताया
इसके साथ ही घर में उसको हिंदू रीति रिवाज से होने वाली पूजा पाठ से भी नफरत होने लगी थी। इसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर उसने विद्यालय की एक टीचर की पूरी बात घर वालों को बताई। फिलहाल पूरे मामले में कानपुर पुलिस की भूमिका पर संदेह जाहिर करते हुए। पिता ने इस पूरे मामले की जानकारी शहर के बाकी पुलिस अधिकारियों को फैक्स के माध्यम से दी है।
बजरंग दल ने की आरोपी टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग
वहीं, मामले के सामने आने के 3 दिन बाद भी अभी तक कानपुर पुलिस ने जांच पड़ताल के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं, पूरे प्रकरण में बजरंग दल के नेता राम जी के साथ ही डीपी पूर्वी शिवाजी शुक्ला, एडीसीपी पूर्वक आकाश पटेल के सामने चैटिंग, रिकॉर्डिंग और फोटो के साथ मोबाइल भी सौंप गए हैं।
स्रोत : टीवी 9