इजरायल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के लिए जंतर-मंतर पर जुटे वामपंथी
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं। यहां की एक मस्जिद में फिलिस्तीनियों के लिए दुआ भी पढ़ी गई है। इस दौरान इजरायल के विरोध में नारेबाजी भी की गई। वहीं वामपंथी संगठनों ने 16 अक्टूबर, 2023 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर फिलिस्तीन के पक्ष में प्रदर्शन का भी ऐलान किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई की जिस मस्जिद में फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्टर चिपकाए गए हैं उसका नाम बिलाल मस्जिद है। यह मस्जिद पायधुनी पुलिस स्टेशन ठाणे क्षेत्र में है। इस पोस्टर में लिखा गया है कि फिलिस्तीन का समर्थन करने के लिए आपका मुसलमान नहीं बल्कि इंसान होना जरूरी है। साथ ही एक अन्य जगह पर लिखा, “Free Palestinian और We stand with Palestine।” मस्जिद में आए लोगों ने फिलिस्तीन जिंदाबाद और इजरायल मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
मस्जिद के इमाम हजरत मोईन मियाँ ने इस दौरान फिलिस्तीन में मारे गए लोगों के हक में दुआ भी पढ़ी। बिलाल मस्जिद के इमाम ने कुछ अन्य लोगों के साथ दुआ पढ़ी। अपनी दुआ में उन्होंने कहा, “फिलिस्तीन में अमन दाखिल हो, मजलूमों को मदद फरमा। शहीदों को जन्नत फरमा। इजरायल की जाहिलियत खत्म कर।”
दुआ के बाद सबने मिल कर मस्जिद-ए-अक्सा जिंदाबाद, फिलिस्तीनी मुस्लिम जिंदाबाद, जालिम इजरायली मुर्दाबाद, बैतूल मुखड्डस जिंदाबाद, हिंदुस्तान के मुसलमान जिंदाबाद जैसे नारे भी लगाए। इस मौके पर मुंबई पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।
इसके अलावा मुंबई में रज़ा अकादमी ने भारत सरकार से अपनी विदेश नीति में बदलाव करने की माँग की। रजा अकादमी के मोइद्दीन अब्बास रिजवी ने फिलिस्तीनियों को पीड़ित और इजरायल को हमलावर बताते हुए भारत सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की। ऑपइंडिया से बात करते हुए रज़ा अकादमी के एक सदस्य ने कहा कि उनके संगठन द्वारा जुमे की नमाज़ के बाद अमन की दुआ की अपील की गई है।
इधर दिल्ली में वामपंथी संगठनों ने फिलिस्तीन के समर्थन में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन का ऐलान किया है। वामपंथी छात्र संगठन AISA की दिल्ली प्रदर्शन महासचिव नेहा ने अपने X हैंडल पर इस प्रदर्शन की जानकारी दी है। पोस्ट में नेहा ने प्रदर्शन का समय 2 बजे दिया गया है।
Join Citizens' Vigil, TODAY at Jantar Mantar, as we extend solidarity to the resistance of the people of #Palestine in the face of Israel's colonial war!
Stop #PalestineGenocide!
Israel Must End its Attack on #Gaza pic.twitter.com/NqyFzoCLWa— Neha (@neha_aisa) October 16, 2023
AISA पदाधिकारी ने इस प्रदर्शन को नागरिक विजिल का नाम दिया है। इजरायल के संघर्ष को नेहा ने साम्राज्यवादी हमला बताया है। शेयर किए गए पोस्टरों में एकतरफा इजरायल से ही गाजा में हमले बंद करने के लिए कहा गया है।
स्रोत : ऑप इंडिया