कर्नाटक के मंगलौर में मंगला देवी मंदिर परिसर में सभी हिंदू व्यापारियों की दुकानों में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्यों ने भगवा झंडे लगा दिए हैं। वीएचपी के दक्षिण कन्नड़ जिला अध्यक्ष एच के पुरुषोत्तम दत्तनगर का कहना है कि त्योहारों के अवसर पर जिले के सभी मंदिरों को केवल हिंदू व्यापारियों को ही व्यापार करने की अनुमती देनी चाहिए।
एच के पुरुषोत्तम ने कहा कि, इन दिनों त्योहारों का मौसम चल रहा है। ऐसे में मंगला देवी मंदिर की प्रबंधन समिति को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने त्योहार के दौरान हिंदू व्यापारियों को व्यापार करने का अवसर प्रदान किया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा गैर हिंदू लोगों को स्टॉल सौंपना सही नहीं था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थान पर हमारा अधिकार हैं जहां दूसरे समुदाय के लोगों के लिए रथ बीदी में व्यवसाय करने का कोई प्रावधान नहीं है।
वहीं दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिला उत्सव व्यापारी समन्वय समिति ने मुस्लिम व्यापारियों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान उत्सव व्यापारी समन्वय समिति ने मुस्लिम व्यापारियों के लिए स्टॉल की मांग की थी। जिसके बाद कुछ मुस्लिम व्यापारियों को स्टॉल के लिए जगह की नीलामी में भाग लेने की अनुमती मिली थी।
‘भगवा झंडे वाली दुकानों पर जाएं भक्त’
प्रशासन के इस फैसले पर एच के पुरुषोत्तम ने सवाल उठाते हुए कहा कि, हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्त अधिनियम 1997 के तहत गैर-हिंदुओं को रथ बीदी पर व्यापार करने की अनुमति देने का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी हिंदू व्यापारी केवल त्योहारों के दौरान होने वाले व्यापार पर ही निर्भर हैं जो उनकी आजीविका का मुख्य साधन है। ऐसे में सभी भक्तों को उन्हीं दुकानों पर जाना चाहिए जिन पर भगवा झंडे लगे हैं।
स्रोत : टीवी 9