‘हलाल व्यापार पर योगीजी का प्रहार !’ इस विषय पर आयोजित विशेष संवाद !
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मा. योगी आदित्यनाथजी ने ‘हलाल प्रमाणित’ उत्पादों पर प्रतिबंध लगाकर भारत की अर्थव्यवस्था पर आक्रमण रोकने के लिए महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है । जिसप्रकार मुगलों के काल में ‘जिजिया कर’ था, उसीप्रकार आज के काल में ‘हलाल सर्टिफिकेशन’ के रूप में निजी कर इस्लामी संस्थाओं ने लागू किया है । इसे भारत सरकार की कोई भी मान्यता नहीं है । ‘हलाल सर्टिफिकेशन’से मिला पैसा विविध बमविस्फोट के आतंकवादियों को छुडवाने के लिए उपयोग किया जाता है । हिन्दू व्यापारियों पर जबरन थोपे गए ‘हलाल सर्टिफिकेशन’पर प्रतिबंध लगाए जाने पर, भारत की सुरक्षा से हो रहा खिलवाड रुकेगा । इसके साथ ही हिन्दू व्यापरियों के आर्थिक शोषण पर भी अंकुश लगेगा । ‘हलाल सर्टिफिकेशन’के नियमों में उत्पादकों को अपने प्रतिष्ठशन में दो मौलानाओं की नियुक्ति करें, ऐसा घातक नियम भी लागू किया था; अब उत्तर प्रदेश में तो यह ‘थोपा गया रोजगार’ थम जाएगा । उत्तर प्रदेश सरकार का आदर्श लेकर संपूर्ण देशभर में गैरकानूनी तौर पर चल रहे ‘हलाल सर्टिफिकेशन’पर प्रतिबंध लगाएं, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने की।
वे हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘हलाल व्यापार पर योगीजी के प्रहार !’ इस विषय पर आयोजित विशेष संवाद में बोल रहे थे । श्री. शिंदे ने इस विषय पर जागृति करने हेतु ‘हलाल जिहाद : भारतीय अर्थव्यवस्था पर आक्रमण?’ यह पुस्तक लिखी है । हिन्दू समाज वह अवश्य पढे, ऐसा आवाहन भी उन्होंने उस समय किया।
इस अवसर पर श्री. रमेश शिंदे ने कहा कि भारत में सरकार के ‘FSSAI’ एवं ‘FDA’ जैसे खाद्यपदार्थाें का प्रमाणीकरण करनेवाली संस्थाओं के होते हुए भी ‘हलाल’ के नाम पर निजी इस्लामी संस्थाएं हलाल प्रमाणपत्र जबरन थोपकर हिन्दू व्यापारियों का शोषण कर रही हैं । ‘हलाल सर्टिफिकेट’ बाहर के इस्लामिक देशों की आवश्यकता है । मुस्लिम महासंघ ने अब सार्वजनिकरूप में कहा है कि ‘हलाल सर्टिफिकेट’ गेहूं, चावल जैसे अनाज को भी दिया जाता है, यह हमें भी पता नहीं था । ऐसा कहीं भी हमारे पंथ में नहीं लिखा गया है !’ ‘जमियत-उलेमा-ए-हिंद’के ‘हलाल सर्टिफिकेटन’की शिया मुसलमानबहुल देश में मान्यता नहीं ! हलाल सर्टिफिकेट ‘डेटिंग वेबसाईट’, ‘लिपस्टिक’जैसी वस्तुओं पर क्यों लादा गया, यह भी समाज के सामने आना चाहिए ! हलाल मांस की विक्री पर उत्तरप्रदेश सरकारने कहीं भी प्रतिबंध नहीं लगाया, तब भी अन्य जीवनावश्यक उत्पादों पर गैरकानूनी ढंग से लागू किए गए ‘हलाल सर्टिफिकेटन’ पर प्रतिबंध लगाया गया है । इस अवसर पर श्री. शिंदे ने यह भी आवाहन किया कि ऐसे ‘हलाल प्रमाणित’ उत्पादों पर ग्राहकों को बहिष्कार डालना चाहिए ।