केरल में सत्ताधारी CPIM के यूथ विंग के नेता अब्दुल शमीम पर सबरीमाला मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों को शौचालय के पानी में पका हुआ भोजन परोसने का आरोप लगा है। अयप्पा सेवा संघ का दावा है कि शमीम को ऐसा करते हुए उसने रंगे हाथों पकड़ा है। राजस्व सतर्कता दस्ते और स्वास्थ्य विभाग ने आरोपित अब्दुल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल एरुमेली में अब्दुल शमीम द्वारा एक फूड स्टॉल चलाया जा रहा था। यह फूड स्टॉल केरल के प्रतिष्ठित सबरीमाला मंदिर के रास्ते में हैं। जिस समय तीर्थयात्रा को लेकर भीड़ रहती है, उस समय बड़ी संख्या में तीर्थयात्री अब्दुल के फूड स्टॉल वाले रास्ते से गुजरते और यहां खाना भी खाते हैं।
रास्ते में पडने वाले इस इलाके का अयप्पा सेवा संघ ने जायजा लिया। संघ का दावा है कि इस स्टॉल में शौचालय के पानी में पका हुआ भोजन तीर्थयात्रियों को परोसा जा रहा है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि ये फूड स्टॉल चाय और नींबू का जूस बनाने के लिए पानी का उपयोग बगल के एक शौचालय से एक पाइप के जरिए कर रहा था।
मंदिर परिसर में मोहम्मद अब्दुल सहीम की घिनौनी करतूत !
सबरीमाला मंदिर परिसर में टॉयलेट के पानी से खाना बना कर भक्तों को देता था मोहम्मद अब्दुल।
पुलिस की जांच के दौरान हुआ खुलासा। pic.twitter.com/jlCZdAm2e3
— Panchjanya (@epanchjanya) November 30, 2023
रिपब्लिक टीवी के मुताबिक, बगल के बाथरूम से निकल कर नीले रंग की एक पाइप पेय पदार्थ बेचने वाले स्टॉल तक गई है। शुरू में स्टॉल के मालिक ने दावा किया कि शौचालय के पानी का इस्तेमाल केवल बर्तन धोने के लिए किया जाता था, खाना पकाने के लिए नहीं। वहीं, सामने आए सबूत कुछ और ही कह रहे थे।
अयप्पा सेवा संघ को इस फूड स्टॉल पर तब शक हुआ, जब आसपास के क्षेत्र में दुर्गंध फैलनी शुरू हो गई। संघ ने खुलासा किया कि फूड स्टॉल अब्दुल चला रहा था। अब्दुल इस क्षेत्र में सीपीआईएम की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) का सचिव है।
यह भी पता चला कि आरोपित लगभग दो हफ्ते से भगवान अयप्पा के पास दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को शौचालय के पानी का इस्तेमाल करके बनाया हुआ खाना परोस रहा था। इसके बाद, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर इस फूड स्टॉल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद फूड स्टॉल को स्टॉप मेमो जारी किया गया है। एरुमेली के विशेष राजस्व दस्ते के प्रभारी अधिकारी एवं उप तहसीलदार बीजू जी नायर के मुताबिक, जाँच अभी जारी है। नायर ने कहा कि आने वाले दिनों में और निरीक्षण करने का प्लान किया गया है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस मामले में जवाबदेही फूड स्टॉल मालिक से आगे भी है। उप तहसीलदार नायर ने कहा कि इस मामले में उस ठेकेदार के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, जिसने शौचालय के नल से पाइप कनेक्शन की मंजूरी दी थी।
वहीं, मनोरमा ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्व विभाग की एक सतर्कता टीम ने सबरीमाला तीर्थयात्रियों का खाना बनाने के पानी के लिए टॉयलेट के नल से पाइप जोड़ने के काम में फूड स्टॉल विक्रेता को पकड़ा था। स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत दखल देते हुए इस अस्थाई दुकान को बंद कर दिया और लाइसेंसधारक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।
इस दुकान को गैर-खाद्य वस्तुएँ बेचने के लिए अस्थाई लाइसेंस दिया गया था। हालाँकि, ये विक्रेता उसका नियम का भी उल्लंघन कर रहा था। इसे लेकर पुलिस को बार-बार कॉल करने के बाद भी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस टीम मौके पर मौजूद थी, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया। वहीं, भाजपा की स्थानीय इकाई ने आरोप लगाया कि सीपीआईएम और कॉन्ग्रेस दुकान मालिक को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके कारण मामला दर्ज नहीं हो रहा है।
स्रोत : ऑप इंडिया