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हाथरस : विद्यालय में ‘राम-राम’ बोलने पर शिक्षक मोहम्मद अदनान ने दी गालियां, विरोध के बाद निलंबित

साईमा मंसूर पब्लिक विद्यालय की घटना, 

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक विद्यालय के अंदर अपने शिक्षक को राम-राम बोलने पर एक छात्र को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि प्रिंसिपल ने पहले छात्र और बाद में उनके परिजनों को गालियां दीं। हिन्दू संगठनों ने विद्यालय के आगे प्रदर्शन किया और मामले में शामिल सभी आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। फिलहाल मोहम्मद अदनान नाम के एक शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है।

विद्यालय प्रशासन ने इस मामले में लिखित माफीनामा भी जारी किया है। विवाद साईमा मंसूर पब्लिक विद्यालय का है, जो कि अलीगढ़ की नूरुल उलूम एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित किया जाता है। घटना शुक्रवार (८ दिसंबर २०२३) की बताई जा रही है।

यह मामला हाथरस जिले के चंदपा थानाक्षेत्र का है। ८ दिसंबर २०२३ को विद्यालय के गेट से एक छात्र के भाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल वीडियो में खुद को गजेंद्र सिंह सिसोदिया बता रहा व्यक्ति साईमा मंसूर पब्लिक विद्यालय के गेट पर खड़ा दिखाई दिया। गजेंद्र ने बताया कि उनके भाई ने अपनी क्लास में पढ़ाने आए शिक्षक से राम-राम कह दी थी। शिक्षक ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया और वो क्लास खत्म होने के बाद चला गया। शिक्षक का नाम मोहम्म्द अदनान बताया जा रहा। आरोप है कि शिक्षक ने इस बात को लेकर प्रिंसिपल सलमान किदवई से शिकायत की।

गजेंद्र सिसोदिया का आरोप है कि शिक्षक मोहम्म्द अदनान की शिकायत के बाद प्रिंसिपल सलमान किदवाई क्लास में आए। इसके बाद क्लास में सलमान किदवाई ने कहा, “ये क्या गंदगी फैला रहे हो। ये क्या टट्टी सा मुँह लेकर राम-राम कर देते हो। बहन#द हम अलीगढ़ से शिक्षक बुला-बुला कर ला रहे हैं और तुम यहाँ गंदगी फैला रहे हो। कोई भी यहाँ राम-राम वैगरह नहीं कहेगा।”

गजेंद्र का दावा है कि विद्यालय में ‘सलाम वाले क़ुम’ और ‘नमस्ते’ ही करने के लिए कहा जाता है। गजेंद्र के अनुसार पीड़ित छात्र कक्षा ११ में पढ़ता है।

गजेंद्र ने बताया कि जब वो इसकी शिकायत करने गए तो उनको धक्के मार कर निकाल दिया गया। इस दौरान सिक्यॉरिटी गार्ड पर भी आरोप है कि उसने पीड़ित अभिभावक को गालियाँ देते हुए कहा कि राम-राम क्या मतलब है?

शुक्रवार को इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद हाथरस के हिन्दू संगठनों में नाराजगी फैल गई। शनिवार (९ दिसंबर) को तमाम हिन्दू संगठन के पदाधिकारी साईमा मंसूर पब्लिक विद्यालय के गेट पर जमा हो गए। उन्होंने वहाँ हनुमान चालीसा पढ़ी और जय श्री राम के नारे लगाए। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और हालात को संभाला।

हिन्दू संगठन के लोग विद्यालय प्रिंसिपल और आरोपित शिक्षक पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक जाँच दल का गठन कर दिया है। इसी दौरान विद्यालय प्रिंसिपल सलमान किदवई ने मीडिया को बताया कि राम-राम के अभिवादन पर आपत्ति जताने वाले शिक्षक मोहम्मद अदनान को नौकरी से निकाल दिया गया है। साथ ही उन्होंने ३० साल से चल रहे साईमा मंसूर पब्लिक विद्यालय की तारीफ में कसीदे गढ़ते हुए वहाँ का माहौल धर्म निरपेक्ष बताया।

विद्यालय प्रशासन ने अपनी गलती मानते हुए लिखित माफीनामा भी जारी किया है। इस माफीनामे में दोबारा ऐसी हरकत न करने का भरोसा भी दिया गया है।

बताते चलें कि साईमा मंसूर पब्लिक विद्यालय मूलतः अलीगढ़ की नूरुल उलूम एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित किया जाता है। बच्चों को शिक्षा देने का दावा करने वाली नूरुल उलूम एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष नसीम अहमद, उपाध्यक्ष सनाउल्लाह खान और सचिव नफीस अहमद हैं। इस संस्थान का रजिस्ट्रेशन जनवरी १९९८ में हुआ था।

स्त्रोत : ऑप इंडिया

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