पुणे (महाराष्ट्र) – कश्मीरी पंडितों का कहना है कि धारा 370 के कारण ही कश्मीर में हिन्दुओं का वंशविच्छेद हुआ । कश्मीरी हिन्दू मांग कर रहे हैं कि उनकी जांच 1959 में भारत सरकार ने जो वंशविच्छेद कानून पारित किया उसके अनुसार की जानी चाहिए । आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई । पुनर्वास भी इस कानून के अंतर्गत आता है तथा वह सरकार के लिए बंधनकारक है । इसकी कार्रवाई के बिना, केवल धारा 370 हटाने से कोई लाभ नहीं होगा । इसलिए, श्री पनून कश्मीर के श्री. राहुल कौल ने मांग की कि कश्मीरी हिन्दुओं का वंशविच्छेद हुआ यह मान्य करना चाहिए तथा उनके परिवारों का पुनर्वास किया जाना चाहिए । सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 370 को हटाने के निर्णय को बरकरार रखा । उस समय जब दैनिक ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि ने उनसे उनका मत पूछा तब, उन्होंने यह मांग की ।
श्री. राहुल कौल ने आगे कहा कि जो निष्पक्ष कमेटी बनाई जाए उसमें कश्मीरी हिन्दू भी होने चाहिए । इसलिए पुनः वही गलतियां न करें । आज कश्मीरी हिन्दुओं की एक पूरी पीढ़ी अपने मूल स्थान से विस्थापित हो चुकी है । हमारी संस्कृति, सभ्यता, रीति-रिवाज, देवता, इनसे संबंध पुनः जुड़ना चाहिए । इसके लिए वहां के हिन्दुओं के वंशविच्छेद को स्वीकार किया जाना चाहिए तथा विस्थापितों का पुनर्वास किया जाना चाहिए । सच्चा पुनर्वास तभी हो सकता है जब हमें अपना मूल स्थान वापस मिल जाए । साथ ही दोषियों को सजा भी मिलनी चाहिए, तब तक हम यह लड़ाई लड़ते रहेंगे।
स्रोत: दैनिक सनातन प्रभात