किश्तवाड़ और पुंछ जिलों के बाद, फर्जी सरकारी कार्ड हासिल करने वाले रोहिंग्याओं पर कार्रवाई जारी है। इस बार जम्मू जिले में रोहिंग्याओं के मददगारों पर कार्रवाई की गई है।
जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्याओं को पनाह देने वालों पर एक्शन लिया जा रहा है। उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है जो दूसरे देशों के नागरिकों और रोहिंग्याओं को शरण देने और सरकारी लाभ दिलाने में मदद कर रहे हैं। इन मामलों में जम्मू-कश्मीर के कई पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज की गई है।
म्यांमार का रहने वाला एक रोहिंग्या मुस्लिम साल २०१३ से जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में रह रहा था। उसने साल २०१३ में स्थानीय महिला से शादी भी कर ली। इसके साथ ही उसने अपने ससुर और अन्य दो लोगों के साथ मिलकर फर्जी आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया।
जम्मू जिले में जिन जगहों पर गैर नागरिकों को ठहराया जाता है, वहां मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तलाशी ली गई। इस दौरान अवैध रूप से भारतीय दस्तावेज जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।
स्त्रोत : आज तक