कोल्हापुर में प्रांतीय हिन्दू-राष्ट्र अधिवेशन !
कोल्हापुर – यहां के ‘कोल्हापुर जिला टिंबर व्यापारी व लघु औद्योगिक संघ कोल्हापुर’, में २४ दिसंबर को प्रांतीय हिन्दू-राष्ट्र अधिवेशन आयोजित हुआ था । इस अधिवेशन में गोरंबे के जंगली महाराज आश्रम के गुरुवर्य संत पू. अमृतानंद महाराज ने प्रतिपादित किया, ‘‘धर्माभिमान के अभाव में बहुसंख्यक हिन्दू केवल मौजमजा करना और दैनंदिन जीवन व्यतीत करने में ही व्यस्त हैं । आज हिन्दू धर्म की सीख अनेक दर्शन ग्रंथ, पौराणिक संदर्भ, आध्यात्मिक ग्रंथसंपदा के माध्यम से उपलब्ध है । विपुलता ही अपने सनातन धर्मग्रंथों का सामर्थ्य है । आगामी काल में धर्माभिमान का अभाव दूर कर धर्माचरणी होना ही काल की आवश्यकता है ।’’ इस अवसर पर सनातन संस्था के धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक, इसके साथ ही हिन्दू जनजागृति समिति के कोल्हापुर जिला समन्वयक श्री. किरण दुसे उपस्थित थे । इस अधिवेशन के लिए सांगली-कोल्हापुर जिलों में ७५ हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे ।
मनगढंत कथाओं का सनातन धर्मद्वेषीयुद्ध जीतने के लिए शत्रुबोध एवं युद्धनीति आवश्यक ! – अभय वर्तक, सनातन संस्था
भारत एवं सनातन हिन्दूद्वेषी ‘नैरेटिव’ (कथानक) तैयार कर संपूर्ण समाज को धर्मविरोधी बनाने का ‘फोर्थ जनरेशन वॉर’ अर्थात कपोलकल्पित कथानकों (मनगढंत कहानी) का युद्ध जीतने के लिए शत्रुबोध एवं युद्धनीति की आवश्यकता है । शत्रुबोध अर्थात शत्रु है कौन ? एवं शत्रुत्व का खरा स्वरूप पहचानकर उस अनुसार युद्धनीति बनाकर, हमें यह युद्ध जीतना होगा ।
इस अवसर पर विविध विषयों पर मार्गदर्शन, गुटचर्चा ली गई । अधिवेशन में हिन्दू एकता आंदोलन के जिलाध्यक्ष श्री. दीपक देसाई, उद्धव ठाकरे गुट के करवीर तालुकाप्रमुख श्री. राजू यादव एवं श्री. आदित्य कराडे, जैन पदवीधर संगठन की श्रीमती सुप्रिया पाटील, ‘राष्ट्रहित प्रतिष्ठान’के श्री. शरद माळी, संकेश्वर के श्री. जयप्रकाश सावंत, कागल के श्री. शिवगोंडा पाटील, वाठार के श्री. दिलीप भाटे ने धर्मकार्य में उन्हें आए अनुभवकथन सुनाए ।
क्षणिकाएं
१. इस अधिवेशन में कुछ समय के लिए पू. स्वामी आनंद काडसिद्धेश्वर महाराज की वंदनीय उपस्थिति थी ।
२. अधिवेशन में सभी हिन्दुत्वनिष्ठों ने अभ्यासपूर्ण और कृति के स्तर पर विषय प्रस्तुत किया ।