वामपंथी (साम्यवादी) विचारधारा की विषबेल रोकने के लिए सजग राजकीय भूमिका आवश्यक ! – अभिजीत जोग, प्रसिद्ध लेखक
पुणे, ८ जनवरी (वार्ता.) – वामपंथीय शक्तियों ने कुटुंब-व्यवस्था, धर्मसंस्था, देशप्रेम, संस्कृति जैसे हमारे शक्तिस्थानों को खोखला बनाने की रणनीति बनाई है । ईर्ष्या, द्वेष और अराजकता ही वामपंथियों के विचारों का गर्भगृह है । इन गलत विचारों का प्रस्तुतीकरण कर, उसे सर्वत्र पहुंचाने के लिए आवश्यक परिसंस्थाएं भी उनके पास हैं । वामपंथीय विचारधारा ने केवल अपने ही देश को नहीं, अपितु संपूर्ण जगत को खोखला कर दिया है । इससे जगभर में वे विध्वंस कर रहे हैं । यह विषबेल भारत की भूमि पर भी बढ रही है । वामपंथी विचारधारा को रोकने की क्षमता भारत देश में है । यह देश सत्य पर आधारित है और धर्म पर चलनेवाला है, ऐसे स्पष्ट मत लेखक, प्रसिद्ध ‘ब्रैंड कन्सल्टंट’ अभिजीत जोग ने व्यक्त किए । सेनापति बापट रोड पर इंद्रप्रस्थ सभागृह में ७ जनवरी को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित ‘जिलास्तरीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्न हुआ । इस अवसर पर वे बोल रहे थे ।
इस कार्यक्रम में बांगलादेशी घुसपैठ : समस्या एवं उपाय, ‘ब्रेकिंग इंडिया’, अर्बन नक्सलवाद, वक्फ बोर्ड-देश एवं हिन्दू धर्म के विरोध में षड्यंत्र, हलाल जिहाद – अर्थव्यवस्था पर जिहादी आक्रमण, मंदिरों पर आघात और संगठन की आवश्यकता, गढ-दुर्गाें पर हुए अतिक्रमण आदि विषयों पर मान्यवरों का विस्तृत मार्गदर्शन हुआ । इस कार्यक्रम का लाभ जिले के १४० से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठों ने लिया ।
अधिवेशन के प्रारंभ में प.पू. सद्गुरु रामनाथजी येवले महाराज, ब्रिगेडियर श्री. हेमंत महाजन (निवृत्त), श्री. अभिजीत जोग, हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र और छत्तीसगढ संगठक श्री. सुनील घनवट के हस्तों दीपप्रज्वलन किया गया । तदुपरांत पुरोहित सर्वश्री धीरज कुलकर्णी, पुरोहित राघव कुलकर्णी, शार्दुल मणेरीकर गुरुजी ने वेदमंत्रपठन किया । श्री. विजय चौधरी ने शंखनाद किया । हिन्दू जनजागृति समिति के प्रेरणास्थान सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी का ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’के लिए संदेश का वाचन श्री. महेश पाठक ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. पराग गोखले ने अधिवेशन का उद्देश्य बताया । तदुपरांत मान्यवरों का मार्गदर्शन हुआ ।