मुस्लिम समाज चाहे कितना भी दावा करे कि किसी भी मुस्लिम शासक ने हिंदू मंदिरों को नहीं तोड़ा, लेकिन सच्चाई इससे अलग है और ऐतिहासिक रिकॉर्ड इसकी पुष्टि भी करते हैं। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि को तोड़कर वहां मुगल आक्रांता औरंगजेब ने शाही ईदगाह ढांचा खड़ा करवाया था। एक आरटीआई के जवाब में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर यह बात कही है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के रहने वाले अजय प्रताप सिंह ने देश भर के मंदिरों के बारे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से आरटीआई के तहत जानकारी माँगी थी। इसमें मथुरा का श्रीकृष्ण जन्मभूमि के बारे में भी पूछा गया था। इसी जवाब में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, आगरा ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड का हवाला दिया है।
"औरंगजेब ने मथुरा में तोड़ा था श्रीकृष्ण मंदिर", ASI ने जन्मभूमि मामले पर दाखिल RTI का दिया जवाब
श्री कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद में एक बड़ी जानकारी सामने आई है. इसमें बताया गया है कि मुगल शासक औरंगजेब ने मथुरा में मंदिर तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. इसका खुलासा आरटीआई में मांग… pic.twitter.com/mXR4CA4PNN
— AajTak (@aajtak) February 3, 2024
आरटीआई में दिए गए जवाब में कहा गया है कि अंग्रेजों के शासन के दौरान सन 1920 में इलाहाबाद से प्रकाशित गजट में यूपी के विभिन्न जिलों के 39 स्मारकों की सूची दी गई है। इसमें 37 नंबर पर कटरा केशवदेव भूमि पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि का उल्लेख है। उसमें कहा गया है कि मस्जिद के स्थान पर पहले कटरा टीले पर केशवदेव मंदिर था, जिसे ध्वस्त करके मस्जिद बनाया गया है।
पुरातत्व विभाग की पुष्टि के बाद श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पक्षकार और कृष्ण जन्मभूमि के वादी एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह इस महत्वपूर्ण साक्ष्य को 22 फरवरी 2024 को हाई कोर्ट और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि यह सरकार का गजट है। इससे स्थिति एकदम साफ हो गई है।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह ने आगे बताया कि आगे अगर मंदिर का ASI सर्वे होता है तो आरटीआई में मिला यह जवाब उसमें बड़ा सबूत साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के द्वारा खुद सूचना दी गई है।
स्रोत : ऑप इंडिया