Menu Close

चिपळूण में एक दिन का जिला स्तर पर हिन्दू-राष्ट्र अधिवेशन !

भारत स्वयंभू हिन्दू राष्ट्र है ही; परंतु संविधान द्वारा यह घोषित होना आवश्यक – चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

मकरसंक्रांति की पूर्वसंध्या पर हिन्दुत्वनिष्ठों का हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य हेतु समर्पित होने का निर्धार !

व्यासपीठ पर बाएं से श्री. विनोद गादीकर, सद्गुरु सत्यवान कदम, ह.भ.प. अभय महाराज सहस्रबुद्धे एवं बोलते हुए श्री. चेतन राजहंस

चिपळूण (महाराष्ट्र) – सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने प्रतिपादन करते हुए कहा, ‘‘हिन्दू राष्ट्र स्थापना के संदर्भ में कुछ लोगों का एक समान प्रश्न रहता है, ‘भारत हिन्दू राष्ट्र है ही, तो फिर अलग से घोषित करने की क्या आवश्यकता है ?’ वास्तिवकता में तो यह त्रिकालाबाधित सत्य है ‘‘भारत स्वयंभू हिन्दू राष्ट्र ही है ।’’ ऐसा भले ही हो, परंतु विद्यमान संविधान की व्यवस्था में उसे ‘हिन्दू राष्ट्र’ के रूप में स्थान कहां है ? कोई ‘डॉक्टर’ की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात, स्वाभाविक रूप से ‘डॉक्टर’ होता है; परंतु प्रमाणपत्र लिए बिना वह ‘डॉक्टर’ के रूप में अपना कार्य नहीं कर सकता । ठीक उसी प्रकार संविधान द्वारा भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित नहीं किया जाता, तब तक वर्तमान स्थिति में भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ नहीं कह सकते । इसलिए भावनात्मक विचार करने की अपेक्षा संविधान द्वारा ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित होने के लिए प्रयास करना महत्त्वपूर्ण है ।’’

धर्मरक्षा के लिए संगठित हिन्दू

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां ब्राह्मण सहायक संघ के सभागृह में १४ जनवरी को हुए एक दिन के जिला स्तर के हिन्दू-राष्ट्र अधिवेशन में वे बोल रहे थे । इस अधिवेशन में १२० हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे । इस कार्यक्रम का सूत्रसंचालन कु. दिव्या घाग एवं श्री. महेश लाड ने किया । अधिवेशन का उद्देश्य समिति के श्री. विनोद गादीकर ने प्रस्तुत किया । अधिवेशन हेतु सहायता करनेवाले सभी लोगों का इस समय आभार व्यक्त किया गया ।

इस समय उपस्थित व्यक्तियों में श्री महाकाली देवस्थान आडिवरा के न्यासी श्री. स्वप्निल भिडे, चिपळूण मनसे शहराध्यक्ष श्री. अभिनव भुरण, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान रत्नागिरी के श्री. गणेश गायकवाड, अधिवक्ता सचिन रेमणे, हिन्दवी स्वराज्य प्रतिष्ठान, राजापूर के श्री. महेश मयेकर, अधिवक्ता मिलिंद तांबे, ह.भ.प. (डॉ.) धर्मश्री शेवाळे, श्री भवानी वाघजाई देवस्थान, टेरव के अध्यक्ष श्री. चंद्रकांत कदम, श्री. विवेक गुरव, श्री देव देवस्थान पेढे परशुराम के अध्यक्ष श्री. गजानन भोसले आदि ने धर्म पर हो रहे प्रहार रोकने के लिए किए प्रयासों का अनुभव कथन किया ।

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *