200 से अधिक हिंदुत्वनिष्ठों ने “हिंदू राष्ट्र समन्वय समिति” का गठन कर किया संकल्प !
यहूदियोने संकल्प कर इजरायल निर्माण किया; वैसे हिंदू भी संकल्प करे तो रामराज्य निर्माण होगा – श्री. विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री, छत्तीसगढ
रायपुर (छत्तीसगढ) – पू. शदाणी दरबार रायपुर में आयोजित ‘छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय हिंदू राष्ट्र अधिवेशन’ को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ राज्य के उपमुख्यमंत्री श्री. विजय शर्मा जी ने कहा, जिस तरह विश्वभर के यहूदियों ने संकल्प कर एक इजरायल का निर्माण किया, उसी तरह हिंदू भी अपना संकल्प कभी भूलते नही । आज श्रीराम मंदिर साकार हुआ है । अगला संकल्प भी निश्चितही पूरा होगा । इसके लिए हमे सतत संघर्षरत रहना होगा । इस भूमि ने छत्रपति शिवाजी महाराज का हिंदवी स्वराज्य देखा आने वाले समय में रामराज्य भी निर्माण होगा ।
पूज्य शादाणी दरबार तीर्थ, श्री नीलकंठ सेवा संस्थान, मिशन सनातन, हिंदू जनजागृति समिति के संयुक्त तत्वधान में इस अधिवेशन का आयोजन किया गया था । पूज्य युधिष्ठिरलाल महाराज, पूज्य रामबालकदास महात्यागी, पं. नीलकंठ त्रिपाठी महाराज, पूज्य अशोक पात्रीकर आदि संतो द्वारा दीपप्रज्वलन कर हिंदू अधिवेशन का आरंभ हुआ । प्रारंभ में सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत बालाजी आठवले जी का संदेश वाचन किया गया । इस अधिवेशन में 695 मूवी के प्रोड्यूसर श्री. शाम चावला, भाजपा वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद उपासनी, CA एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री. अमिताभ दुबे, शिवसेना के रायपूर के श्री. आशिष परेडा तथा राज्य के 12 से अधिक जिलों से विविध हिंदू संगठनोके प्रतिनिधि, कार्यकर्ता, आचार्य, महंत, वकील, प्रोफेसर आदि 250 से अधिक हिंदुत्वनिष्ठ सहभागी हुए थे ।
हिंदू राष्ट्र अधिवेशन की भूमिका रखते हुए छत्तीसगढ राज्य के उपमुख्यमंत्री श्री. विजय शर्मा जी ने आगे कहा की, मिशनरी, नक्सली, जिहादी, सेक्युलर, खालिस्तानी इनकी अभद्र युति हिंदू धर्म नष्ट करने के लिए कार्यरत है । हमें भी हिंदु संगठन, संत, कार्यकर्ता, वकील इनकी यूती बनाकर हिंदू राष्ट्र स्थापना के लिए संगठित प्रयास करने की आवश्यकता है । वर्तमान में वक्फ एक्ट हिंदुओं की भूमि पर अवैध कब्जा कर रहा है । मंदिरों पर कब्जा कर रहा है । इस काले कानून को हटाने के लिए हर गांव से हिंदुओंने प्रयास करनेकी आवश्यकता है।
शादाणी दरबार के पूज्य युधिष्ठिरलाल महाराज जी ने कहा की, हम लोग एक महान प्राचीन सभ्यता के अनुयायी होते हुए भी एकजुट नहीं हो पाए, अपने ही राष्ट्र रह कर हिंदू धर्म की ध्वजा नही फहरा पाए । प. पू. डॉ. आठवले जी एवं संतो के नेतृत्व में चला यह अभियान निश्चित ही सफल होगा और भारत हिंदू राष्ट्र होगा । हिंदू जनजागृति समिति, पू. शदाणी दरबार तीर्थ हम शास्त्र, संत, दैवी शक्तियों को अधिक महत्व देते है इससे जो शक्ति मिलती है वह शास्त्रों से अधिक महत्वपूर्ण है ।
सनातन संस्था के धर्मप्रचारक संत पूज्य अशोक पात्रीकर जी ने कहा की, आज निर्माण हुआ राम मंदिर यह हिंदू राष्ट्र स्थापना की नीव है । लेकिन हिंदू राष्ट्र कोई भेट नही देनेवाला है । इसके लिए हमे बलिदान देना होगा । धर्माचरण और साधना कर हमे आध्यात्मिक बल निर्माण करना होगा इसी आध्यात्मिक बल से रामराज्य जैसा आदर्श हिंदू राष्ट्र साकार होगा ।
इस अधिवेशन में ‘वक्फ बोर्ड का लैंड जिहाद’ इस विषय पर श्री सुनील घनवट, ‘मंदिरों का व्यवस्थापन एवं मंदिर सनातन धर्मप्रचार के केंद्र कैसे बने’ इस विषय पर सीए मदनमोहन उपाध्याय, ‘राजसत्ता पर धर्म सत्ता की आवश्यकता’ पर पू. रामबलकदास महात्यागी महाराज, ‘हिंदू संगठनों में संतो की भूमिका एवं संतो का कार्य’ पर पंडित नीलकंठ त्रिपाठी महाराज, ‘हिंदुओं का बुद्धिभेद करने वाले नरेटिव से कैसे लड़े’ इस विषय पर श्री. संतोष तिवारी, ‘हिंदू संगठनों के लिए मीडिया मैनेजमेंट की आवश्यकता’ पर श्री. अमित चिमनानी आदि प्रमुख वक्ताओंने उपस्थित हिंदुत्वनिष्ठों को संबोधित किया ।
‘हिंदू धर्म पर हो रहे अघातोके विरुद्ध किए कृतिशील प्रयास’ इस विषय पर आयोजित परिसंवाद में रणरागिणी श्रीमती ज्योति शर्मा, श्रीमती शर्मा, आचार्य शशिभूषण मोहंती, धर्मसेना अध्यक्ष श्री. विष्णु पटेल, गोरक्षक श्री. अंकित द्विवेदी आदि धर्मवीरो ने अपने अनुभव कथन से धर्मांतरण, लव जिहाद , गौहत्या आदि समस्याओं पर हिंदुत्वनिष्ठों का मार्गदर्शन किया ।
एकत्रित प्रयास करने हेतु आगे “हिंदू राष्ट्र समन्वय समिति” का गठन कर हिंदू राष्ट्र स्थापित होने तक संगठित प्रयास करने का सभी ने संकल्प किया । ईश्वर के चरणों में प्रार्थना कर एवं प्रतिज्ञा कर हिंदू राष्ट्र अधिवेशन का समापन हुआ ।