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बांग्लादेशियों की भारत में घुसपैठ, 15 हजार देदो और तार के नीचे से आओ !

अजमेर में भाई बहन ने बताई सच्चाई

राजस्थान के अजमेर में दरगाह क्षेत्र से पकड़े गए बांग्लादेशी भाई बहन

अजमेर (राजस्थान) – बांग्लादेशी लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों की आंख में धूल झौंककर भारत में घुसपैठ कर रहे हैं। ऐसे ही दो बांग्लादेशी भाई बहन को अजमेर में पकड़ा गया है। ये अजमेर के दरगाह इलाके के नाला बाजार में किराए के मकान में रह रहे थे। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों बांग्लादेशी भाई-बहन यहां फर्जी दस्तावेज बनाकर रह रहे थे। उन्होंने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि वे महज 15 हजार रुपये देकर अवैध रूप से बॉर्डर पार कर भारत आए हैं। दलालों की मदद से उन्होंने ऐसा एक बार नहीं बल्कि दो बार किया है। वे काम की तलाश में भारत आए हैं।

पकड़े गए बांग्लादेशी भाई बहन का नाम महमूदा अख्तर और नाहिद हुसैन है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि वे बांग्लादेश के मुंशीगंज जिले के रहने वाले हैं। वे 15000 रुपये देकर बॉर्डर क्रॉस कर यहां आए हैं। उनका कहना है कि बॉर्डर पर भारत और बांग्लादेश के लोग मिले हुए होते हैं। बॉर्डर इलाके में कई दलाल सक्रिय हैं. वे रुपये लेकर बॉर्डर पार कराते हैं। वे पहले भी 15000 रुपये देकर बॉर्डर क्रॉस कर चुके हैं।

उन्होंने बताया कि वे पहले भी काम की तलाश में अजमेर में आए थे। लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण वापस लौट गए थे। अब फिर एक बार वे भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर मिलीभगत के चलते 15000 रुपये देकर यहां आए हैं। उन्होंने बॉर्डर पर तारों के नीचे से भारत में प्रवेश किया था। फिर अलग-अलग रास्तों से होते हुए अजमेर दरगाह क्षेत्र पहुंचे। यहां नाला बाजार में किराए के मकान पर रह रहे थे।

ये दोनों नाम बदलकर किराए के मकान में रह रहे थे। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में काम की कमी है। इसके चलते वे अजमेर में आकर काम करते हैं। फिलहाल सुरक्षा एजेंसी ने दोनों को गिरफ्तार कर उन्हें अलवर स्थित डिडक्शन सेंटर पर भेज दिया है। फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि वे किस रास्ते से यहां आए थे और इसके पीछे क्या मकसद है।

उल्लेखनीय है कि अजमेर के भाजपा जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों ने कई बार जिला पुलिस और इंटेलिजेंस को दरगाह के साथ ही अजमेर के अलग-अलग इलाकों में बांग्लादेशियों के अवैध रूप से रहने की शिकायत दर्ज कराई थी। अब सरकार बदलने होने के बाद इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। इस मामले को लेकर दरगाह पुलिस उपाधीक्षक गौरी शंकर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वे दरगाह इलाके में बांग्लादेशी घुसपैठ के साथ ही अन्य बाहरी लोगों की जांच कर रिपोर्ट बनाएंगे। उसके बाद उच्चाधिकारियों को सौंपेंगे।

स्रोत: news18

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