ज्येष्ठ कृष्ण १४, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदू राष्ट्रकी स्थापना विषयपर उद्बोधन सत्रमें आर्य समाज, उत्तरप्रदेशके स्वामी महेश योगीजीने अपने विचार व्यक्त किए ।
स्वामी महेश योगीजीने कहा,..
१. प्रत्येक हिंदूसे यदि पूछा जाए की आपको रामराज्य चाहिए ? तो सभी कहेंगे, चाहिए । किंतु इसके लिए हिंदुओंको पहले समझाना होगा कि यह कार्य हिंदुत्वनिष्ठ हिंदू ही कर सकते हैं, अन्य नहीं ।
२. कुछ हिंदू जागृत तो हैं; किंतु वे धर्मनिरपेक्षताका स्वांग करते हैं । उन्हें समझाना होगा कि धर्मके बिना मनुष्य पशुसमान होता है ।
३. प. बंगालमें बांग्लादेशी घुसपैठ होना, अन्य राज्योंको भी संकट लगना चाहिए । राष्ट्रहितमें सभी राज्योंको संगठित होना चाहिए । इसके लिए प्रांतवाद तथा भाषावाद नष्ट कर तथा जातिवादको मिटाकर हिंदूके रूपमें सभीको एकत्र आना होगा ।