जब तक सरकार ऐसी विकृतियों को नष्ट करने के लिए उन्हें दंडित नहीं करती, तब तक उनका फॉलोअप करना होगा ! – हिन्दू जनजागृति समिति
सोनाई (जिला अहिल्यानगर) – ईसाई पादरियों ने अभी तक कुल कितने लोगों पर लैंगिक अत्याचार किया है, इसकी कुल संख्या का पता लगाने के लिए, फ्रांस में कैथोलिक चर्च ने एक आयोग का गठन किया । फ्रांसीसी आयोग को ध्यान में आया कि पिछले ७० वर्षों में २ लाख १६ हजार बच्चों का यौन शोषण किया गया । अमेरिका में भी पिछले ५० वर्षों में ४ हजार ईसाई पादरियों को यौन शोषण के अपराध में बंदी बनाया गया । नवी मुंबई के एक चर्च में जब इसी प्रकार की गड़बड़ियां पाई गईं तो चर्च प्रशासन ने उसे तोड़ दिया । यह बहुत बड़ी त्रासदी है कि ऐसी घटनाओं के लिए हिन्दुओं को बार-बार सड़कों पर उतरना पड़ता है । अत: ऐसी विकृतियों को कुचलने के लिए अल्पायु की लड़कियों पर अत्याचार करनेवालों को दंड मिलने तक उनका अनुवर्ती प्रयास किया जाना चाहिए, ऐसी अपील हिन्दू जनजागृति समिति,अहिल्यानगर की समन्वयक कु. प्रतीक्षा कोरगांवकर ने यहां के ग्रामीणों से की । सोनाई-बेल्हेकरवाड़ी मार्ग पर स्थित एक चर्च के पादरी उत्तम वैरागर द्वारा २ नाबालिग लड़कियों पर यौन शोषण तथा एक महिला से दुष्कर्मकरने की घटना सामने आई है । इसके विरोध में २ हजार से अधिक महिलाओं तथा युवकों ने राहुरी मार्ग पर विरोध सभा की, जिसमें वह बोल रही थीं ।
अंधविश्वास के नाम पर लड़कियों में भय निर्माण कर उन्हेें चर्च में बुलाया जाता था । इस संबंध में अंधविश्वास निर्मूलन कानून क्यों नहीं लागू होता है ? यह प्रश्न भी कु. प्रतीक्षा ने इस समय किया । इस विरोध सभा में ‘राष्ट्रीय श्रीराम संघ’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. सागर बेग एवं श्री. सोमनाथ ज़ादे ने भी अपनी नाराज़गी व्यक्त की । यह भी आरोप लगाया गया कि प्रकरण प्रविष्ट करने के पश्चात पुलिस तंत्र तथा न्यायालय द्वारा दी गई, पुलिस हिरासत का विचार किए बिना आरोपियों के शुभचिंतकों ने दबाव तंत्र का उपयोग किया ।
अत्याचार के विरोध में सोनई तथा आसपास के क्षेत्र में पूरे दिन सख्त बंद !
१७ फरवरी को क्रोधित ग्रामीणों ने इन अत्याचारों के विरोध में सोनई तथा उसके आसपास सख्त बंद रखा । प्रदर्शनकारी युवक-युवतियां सोनई बस स्टेशन चौक पर एकत्र हुए । आरंभ में इस स्थान पर कहा गया था कि ‘‘वे शांतिपूर्ण ढंग से मोर्चा तथा विरोध सभाएं आयोजित कर प्रशासन के सामने अपनी भावनाएं रखेंगे ।’’ हाथों में विरोध की तख्तियां तथा ’आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए’ जैसे नारे लगाते हुए मोर्चा पुलिस स्टेशन के सामने आया । यहां मोर्चा रोके जाने पर सड़क पर विरोध सभा की गई । इस समय सुरक्षा के लिए एक दंगा नियंत्रण दल तथा कुछ पुलिस तैनात की गई थी । ४ छोटी बच्चियों द्वारा मांगों का निवेदन दिया गया । इसके बाद पुलिस तंत्र के हस्तक्षेप से धरना समाप्त किया गया ।
कोई सरकारी अधिवक्ता नहीं मिला, तो ८ दिन उपरांत होगा ‘रास्ता रोको’ आंदोलन ! – राष्ट्रीय श्रीराम संघ की चेतावनी
राष्ट्रीय श्रीराम संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. सागर बेग ने इस समय कहा कि ईसाई धर्म ने २०० वर्षों तक हिन्दुओं पर अत्याचार किया है । हम पर शासन किया । आज भी ईसाई धर्मान्तरण कर रहे हैं, लड़कियों का शोषण कर
रहे हैं । ऐसी घटनाएं इसलिए हुईं क्योंकि हिन्दू निद्रिस्त हैं, इसलिए उन्हें फंसाते हैं; लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब कोई व्यक्ति धर्म परिवर्तन करता है तो वह व्यक्ति हमारे विरोध में खड़ा होता है । नेवासा, राहुरी, सोनाई, श्रीरामपुर में इसके पहले भी जिहादियों द्वारा लड़कियों पर अत्याचार किए गए हैं; लेकिन वो जिहादी आज जमानत पर हैं । ऐसे प्रकरणों में कोई वकील हमारी सहायता नहीं करता । ये आरोपी न्यायिक त्रुटियों का लाभ उठाकर बच निकलते हैं । इस बार उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि कोई सरकारी वकील हमसे नहीं मिला तो हम ८ दिन बाद यहां रास्ता रोको विरोध प्रदर्शन करेंगे ।
प्रकरण क्या है ?
स्थानीय निवासियों के बीच चर्चा थी कि नेवासे तालुक में सोनाई के पास बेल्हेकरवाड़ी क्षेत्र में विलियार्ड्स चर्च में पिछले कई दिनों से बुरा काम हो रहा है; लेकिन ये गंभीर मामला १५ फरवरी को सामने आया । यह स्पष्ट हो गया कि इस चर्च में धार्मिक कार्यक्रम के नाम पर नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया जा रहा है । जब स्थानीय जागरूक ग्रामीणों को पता चला कि हत्यारा पादरी उत्तम वैरागर इस चर्च के परिसर में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण कर रहा है, तो कुछ युवाओं ने चुपचाप इस घटना का ’वीडियो’ बना लिया । वह ‘वीडियो’ सोनई पुलिस को दिया । घटना की गंभीरता को समझते हुए सोनाई पुलिस ने तुरंत वासनांध उत्तम वैरागर को बंदी बना लिया । ऐसा माना जाता है कि यह चर्च अवैध है तथा इस चर्च के परिसर में कई दिनों से धर्म के नाम पर बुरे काम चल रहे हैं ।
गांव के ईसाइयों का आरोपियों को समर्थन !
गांव के ईसाइयों ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर आरोपियों को बचाने के लिए लिखा । सभी ईसाई भाई-बहनों से अनुरोध है कि सोनाई गांव के एक ईश्वर सेवक पर झूठा आरोप लगा कर उसे बंदी बनाया गया है । आइए हम सब उसके लिए प्रार्थना तथा उपवास करें !’’ उस ईसाई पादरी के लिए मर्सिडीज, ऑडी, जैग्वार जैसी गाडियों से न्यायालय में लगभग १५० लोग एकत्रित हुए थे । वे आसपास के जिलों से आए थे ।