रोकने वालों को दी जान से मार डालने की धमकी, देहरादून में गिरफ्तार
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शुक्रवार (23 फरवरी 2024) को संत रविदास की शोभा यात्रा के दौरान विवाद खड़ा हो गया। यह विवाद आज़म खान नाम के युवक द्वारा भगवान राम का बैनर फाड़ने के चलते हुआ। बताया जा रहा है कि आज़म खान हिन्दू बनकर शोभा यात्रा में शामिल हुआ था। हिन्दू संगठनों के दबाव के बाद पुलिस ने आजम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार को देहरादून में संत रविदास की शोभायात्रा निकाली गई थी। इसमें हिन्दू समाज के तमाम श्रद्धालु मौजूद थे। यात्रा में भगवान राम सहित कई अन्य देवी-देवताओं के बैनर लगे हुए थे। आरोप है कि इसी यात्रा में आज़म खान हिन्दू बनकर शामिल हुआ था। जब शोभा यात्रा घंटाघर के पास पहुँची तब आजम खान ने साम्प्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश की।
आरोप है कि उसने भगवान राम के बैनर फाड़ डाले। भगवान राम का यह पोस्टर अयोध्या में बने रामलला के मंदिर से जुड़ा हुआ था। आज़म खान ने पोस्टर को न सिर्फ फाड़ डाला था, बल्कि उसे नीचे जमीन पर भी गिरा दिया। आज़म की इस हरकत को कुछ लोगों ने देखा तो उसे रोकने की कोशिश की। इस दौरान उसे रोकने वालों को न सिर्फ गंदी-गंदी गालियाँ दीं, बल्कि जान से मारने की भी धमकी भी दी।
इसके बाद आज़म खान वहाँ से भाग निकला। जब यात्रा में शामिल बाकी श्रद्धालुओं को इस हरकत की जानकारी मिली तो वो भड़क गए। नाराज लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। वो आज़म की तत्काल गिरफ्तारी के साथ उस पर कठोरतम कार्रवाई की मांग करने लगे। घंटाघर पर होने वाली इस प्रदर्शन की वजह से लम्बा ट्रैफिक जाम लग गया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वो अपनी माँगों पर अड़े रहे। आखिरकार पुलिस ने आज़म खान पर धार्मिक भावनाएँ भड़काने का मुकदमा दर्ज कर लिया। फरार आज़म को खोजने के लिए टीमों का गठन किया गया। आखिरकार देहरादून पुलिस ने आजम खान को देर रात शहर से गिरफ्तार कर लिया। आज़म देहरादून के माज़रा प्रधान वाली गली का रहने वाला है।
स्रोत : ऑप इंडिया