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एमएसआरटीसी (MSRTC) के अधिकृत विराम स्थल पर गंदगी तथा गुणवत्ताहीन भोजन : सुराज्य अभियान ने उठाई आवाज

सुराज्य अभियान ने एमएसआरटीसी के अधिकृत विराम स्थल होनेवाली गंदगी और घटिया भोजन पर चिंता व्यक्त की है। पुणे मार्ग पर यात्रा करने वाले यात्री होटल विराज गार्डन में दिए जाने वाले भोजन की खराब गुणवत्ता और वहां की गंदगी की लगातार शिकायत कर रहे हैं।

होटल विराज गार्डन, एमएसआरटीसी द्वारा अधिकृत होने के बाद भी, सफाई के स्तर के विषय में शिकायतें बढ रही हैं। घटिया गुणवत्ता होनेवाला भोजन यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए खतरा है। इस विषय में विभिन्न वेबसाइट पर खराब रेटिंग भी हैं।

हिंदू जनजागृति समिति के ‘सुराज्य अभियान’ ने इस गंभीर मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और एमएसआरटीसी अधिकारियों को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है।

सुराज्य अभियान निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई की मांग करता है:

जांच और जुर्माना : होटल विराज गार्डन और अन्य एमएसआरटीसी अधिकृत होटलों में स्वच्छता की जांच-पडताल करनी चाहिए। यदि गलती सिद्ध होती है, तो उनका ‘अधिकृत विराम स्थल’ होनेवाली अनुज्ञा रद्द करनी चाहिए।

गुणवत्ता नियंत्रण उपाय : एमएसआरटीसी बस मार्गों पर भोजन उपलब्ध कराने वाले सभी अधिकृत होटल तथा विक्रेताओं के लिए कठोर गुणवत्ता नियंत्रण उपाय लागू किए जाने चाहिए। इसमें नियमित जांच, स्वच्छता परीक्षण और अनुपालन जांच सम्मिलित होनी चाहिए।

पारदर्शी शिकायत व्यवस्था : यात्रियों को एमएसआरटीसी विराम स्थल पर भोजन की गुणवत्ता के विषय में शिकायत करनी हो, तो व्हाट्सएप/संदेश/हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करने की पारदर्शी शिकायत व्यवस्था स्थापित करनी चाहिए। उसके बाद संबंधित अधिकारियों द्वारा तुरंत हस्तक्षेप और उसमें सुधार करने की कार्रवाई होनी चाहिए।

जनजागृति अभियान : अन्न सुरक्षा मानकों के संदर्भ में यात्रियों को उनके अधिकारों के विषय में शिक्षित करने के लिए जनजागृति अभियान चलाया जाए। घटिया गुणवत्ता के भोजन का कोई भी उदाहरण कैसे पहचानें और कैसे रिपोर्ट करें, इस बारे में स्पष्ट दिशानिर्देश प्रदान किए जाने चाहिए।

सुराज्य अभियान एमएसआरटीसी प्रशासन से इस समस्या को तत्काल और गंभीरता से सुलझाने का अनुरोध करता है। यात्रियों का स्वास्थ्य और कल्याण सदैव सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। परिस्थिती में सुधार करने और उपेक्षा के कारण होने वाली संभावित घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।

यह केवल एक राज्य का उदाहरण है। यदि आपके राज्य में ऐसी ही गलतियां ध्यान में आती हैं, तो संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें और हमें भी बताएं (हमारे ट्विटर हैंडल @SurajyaCampaign के माध्यम से)। संगठित रूप से, हम इस स्वराज्य को सुराज्य में बदल सकते हैं !

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