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श्रद्धा वालकर मामले को ‘लव जिहाद’ कहनेवाले ‘न्यूज १८ इंडिया’ और ‘टाइम्स नाऊ’ चैनल पर कार्यवाही

क्रमशः ५० सहस्र और १ लाख रुपयों का जुर्माना

‘लव जिहाद’ को ‘लव जिहाद’ कहना भी अब अपराध होने लगा है, यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र की अनिवार्यता दर्शाती है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति

नई देहली – ‘न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अँड डिजिटल स्टँडर्ड्स अथॉरिटी’ ने (‘एन्.बी.डी.एस्.ए.’ ने) ‘न्यूज १८ इंडिया’ और ‘टाइम्स नाऊ नवभारत’ इन हिंदी समाचारवाहिनियों पर श्रद्धा वालकर मामले को ‘लव जिहाद’ कहकर द्वेष निर्माण करने के अपराध में कार्यवाही की है । इन वाहिनियों को क्रमशः ५० सहस्र और १ लाख रुपयों का जुर्माना लगाया गया। साथही इससे संबंधित वीडियो ७ दिनों में सर्वत्र से हटाया जाए, ऐसा आदेश भी दिया । श्रद्धा वालकर ‘लव इन रिलेशनशिप’ में आफताब नामक मुसलमान युवक के साथ रह रही थी । आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर उसकी मृतदेह के अनेक टुकडे कर यहां के जंगल में फेंक दिए थे ।

‘न्यूज १८ इंडिया’ ने उसके ३ कार्यक्रमों में इस मामले का उल्लेख ‘लव जिहाद’ ऐसा किया था । इसमें २ कार्यक्रमों का सूत्रसंचालन अमन चोप्रा ने किया था, तो अन्य एक कार्यक्रम अमिश देवगण ने प्रस्तुत किया था । ‘टाइम्स नाऊ नवभारत’ का कार्यक्रम हिमांशु दीक्षित ने प्रस्तुत किया था । इन कार्यक्रमों के माध्यम से घटना को धार्मिक रंग देने का प्रयत्न करने का आरोप लगाया गया है।

‘एन्.बी.डी.एस्.ए.’ के अध्यक्ष और सर्वोच्च न्यायालय के भूतपूर्व न्यायमूर्ति ए.के. सीकरी ने कहा कि प्रत्येक अंतरधर्मीय विवाह को ‘लव जिहाद’ कहना उचित नहीं है।

‘आज तक’ पर प्रस्तुत हुए श्री रामनवमी की शोभायात्रा पर हुए आक्रमण के कार्यक्रम पर भी जताई आपत्ति

वर्ष २०२३ में श्री रामनवमी के दिन देश में विविध स्थानों पर हिन्दुओं की धार्मिक शोभायात्राओं पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा आक्रमण किया गया था । इस संदर्भ में आज तक इस हिंदी वृत्तवाहिनी पर ‘ब्लॅक अँड व्हाईट’ इस कार्यक्रम में निवेदक सुधीर चौधरी ने विश्लेषणात्मक कार्यक्रम प्रस्तुत किया था । इस पर ‘एन्.बी.डी.एस्.ए.’ ने उसके पास आए परिवाद को लेकर इस कार्यक्रम का वीडियो सभी माध्यमों से हटाने का आदेश दिया । इस विषय में ‘एन्.बी.डी.एस्.ए.’ ने कहा कि कार्यक्रम में कुछ अनुचित घटनाओं को धार्मिक हिंसाचार से जोडकर एक विशिष्ट समुदाय को लक्ष्य किया गया है । भविष्य में सावध रहने की आवश्यकता है ।

इंद्रजीत घोरपडे के परिवाद के आधार पर आज तक को नोटीस भेजा गया ।

स्रोत : हिन्दी सनातन प्रभात

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