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अंडमान पहुंचने पर एयरलाइंस क्यों नहीं लेतीं वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम? : सुनील देवधर ने लगाई फटकार

पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे का नाम भारतीय क्रांतिकारी, स्वातंत्र्यवीर, समाज सुधारक, इतिहासकार, राजनीतिज्ञ और विचारक विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर रखा गया है। स्वातंत्र्यवीर सावरकर को चाहने वाले उन्हें वीर सावरकर कहकर संबोधित करते हैं। हिन्दू राष्ट्रवाद की राजनीतिक विचारधारा ‘हिन्दुत्व’ को विकसित करने का बहुत बड़ा श्रेय वीर सावरकर को जाता है। उन्होंने भारत की एक सामूहिक “हिन्दू” पहचान बनाने के लिए हिन्दुत्व का शब्द गढ़ा।

वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित है। २००२ में पोर्ट ब्लेयर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलकर वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कर दिया गया। उन्होंने यहां की सेल्यूलर जेल में ४ जुलाई १९११ से २१ मई १९२१ तक का समय कारावास में बिताया था।

अंडमान आकर सावरकर जी का नाम लें: सुनील देवधर

भाजपा नेता और आंध्र प्रदेश भाजपा के सह-प्रभारी सुनील देवधर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है। जिसमें वह इंडिगो विमान के फ्लाइट अटेंडेंट को बता रहे हैं कि इस एयरपोर्ट का नाम वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। जैसे आप इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट कहते हैं, वैसे ही इस एयरपोर्ट का नाम भी लीजिए। वह आगे कहते हैं कि अंडमान आकर सावरकर जी का नाम लेना चाहिए। इस पर उन्होंने फ्लाइट में बैठे सभी यात्रियों से पूछा कि क्या आप मेरी बात से सहमत हैं तो सभी यात्रियों ने हां कहा।

मुद्दे का तुरंत संज्ञान लें

सुनील देवधर पोस्ट पर इंडिगो को टैग करते हुए लिखते हैं, प्रिय @IndiGo6E, आप आगमन पर विशेष हवाई अड्डे के नाम की घोषणा करते हैं क्या? जैसे, दिल्ली आने पर #इंदिरा का नाम लिया जाता है, हैदराबाद आने पर #राजीव का। तो फिर पोर्ट ब्लेयर पहुंचने पर #वीरसावरकर के नाम की घोषणा क्यों नहीं की गई? इस पोस्ट में उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी टैग किया और कहा कि इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लिया जाना चाहिए।

स्त्रोत : हिंदुस्थान पोस्ट

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