हिन्दुओं के प्राचीन धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए ‘महाराष्ट्र मंदिर महासंघ’ का संघर्ष !
स्रोत : sanatan prabhat
मुंबई – पुरातत्व विभाग के क्षेत्राधिकार में अनुमानत: पूरे देश के ३ सहस्र ६९३ संरक्षित स्मारक हैं तथा उनमें से ८२० धार्मिक स्थल समाहित हैं । मूलतः धार्मिक पवित्र स्थलों को संरक्षित स्मारकों की गुणवत्ता प्रदान करने के उपरांत उनकी ओर केवल संरक्षित स्मारक के रूप में देखा जा रहा है । यहां हो रही पूजा-अर्चना भी बंद हैं तथा चप्पल पहनकर एवं तंग वस्त्रों में जाकर इन धार्मिक स्थलों की पवित्रता नष्ट की जा रही है । हिन्दुओं के इन प्राचीन धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनी रहे, इसके लिए महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने आवाज उठाई है । पुरातत्व विभाग के क्षेत्राधिकार में स्थित हिन्दुओं के सभी धार्मिक स्थलों में पूजा करने का अधिकार प्राप्त हो, इसके लिए महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के साथ ही भिन्न भिन्न हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने ६ मार्च को दादर (पश्चिम) में केशवसुत पुल के निकट आंदोलन किया ।
https://drive.google.com/file/d/1yJ55tQppdlvxxSHGjQbBL4y9TmWwS3VW/view
इस आंदोलन में विविध मंदिरों के न्यासी, हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के प्रतिनिधि, भक्तगण एवं हिन्दू धर्मप्रेमी बडी संख्या में सहभागी हुए थे । हाथ में फलक लेकर घोषणा करते हुए हिन्दुओं ने धार्मिक स्थलों में पूजा करने के अधिकार की मांग की । इस संदर्भ में केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रियों को निवेदन देने के लिए नागरिकों ने उत्स्फूर्तता से हस्ताक्षर किए ।
घारापुरी गुफा में स्थित शिवमंदिर में महाशिवरात्रि से नियमित पूजा करने का अधिकार प्रदान करें !
मुंबई के निकट घारापुरी गुफा में (‘एलिफंटा केव्ज’ में) ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश की भव्य मूर्तियां, तथा प्राचीन शिवपिंडी भी हैं । इन गुफाओं को भारतीय शिल्पकला का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण (नमूना) माना जाता है । पुर्तगालियों के समय में इन मूर्तियों को तोड दिया गया था । ब्रिटिश काल में इन मूर्तियों पर गोलीबारी का अभ्यास किया गया । इस कारण वर्तमान स्थिति में यहां की अधिकांश मूर्तियां क्षतिग्रस्त हैं । ये गुफाएं केंद्रीय पुरातत्व विभाग के क्षेत्राधिकार में आती हैं एवं यहां की शिवपिंडी की पूजा-अर्चना बंद है । हिन्दुओं की सांस्कृतिक धरोहर एवं धार्मिक स्थल तथा केंद्रीय पुरातत्व विभाग के क्षेत्राधिकार में स्थित घारापुरी गुफाओं के शिवमंदिर में हिन्दुओं को महाशिवरात्रि से नियमित पूजा करने की अनुमति दी जाए, आंदोलनकारियों द्वारा ऐसी मांग की गई है ।
अन्य मांगें !
१. पुरातत्व विभाग के क्षेत्राधिकार में स्थित हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों के परिसर से अतिक्रमण हटाए जाएं, तथा धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए जूते एवं चप्पल वर्जित किए जाएं ।
२. महाराष्ट्र में रायगढ के साथ ही अनेक किलों पर मुस्लिम पद्धति की कब्रें बनाकर अतिक्रमण कर लिया गया है; ये अतिक्रमण हटाए जाएं ।
३. धार्मिक स्थल, साथ ही गढ-दुर्गों में मदिरापान, धूम्रपान अथवा पवित्रता नष्ट करनेवालें कृत्यों को प्रतिबंधित किया जाए तथा इन नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर कार्यवाही करने का प्रावधान हो ।