तीन घायल; दोनों समुदायों में प्रार्थना का समय बदलने के उपरांत भी धर्मांध मुसलमान कट्टरपंथियों ने किया दंगा !
छत्रपति संभाजीनगर – १२ मार्च की रात्रि को चिकलथाना के कामगार कॉलोनी में स्थित श्री हनुमान मंदिर में आरती करने पर दंगाई मुसलमान कट्टरपंथियों ने २ हिन्दुओं की पिटाई की थी । १३ मार्च की रात्रि को समस्त हिन्दू समाज की ओर से उसी श्री हनुमान मंदिर में आयोजित महाआरती के उपरांत कट्टरपंथियों ने पुन: हिन्दुओं पर पथराव किया। इससे तनाव का निर्माण हो गया। पथराव की घटना में ३ हिन्दू युवक घायल हो गए और उनकी घाटी चिकित्सालय में शुश्रूषा चल रही है।
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१. १२ मार्च को हुए दंगे के प्रकरण में एम.आई.डी.सी थाने में ४० लोगों के विरुद्ध आरोप प्रविष्ट किए हैं ।
२. पुलिस ने हस्तक्षेप किया और दोनों समुदायों के प्रार्थना समय को बदल दिया; किन्तु इसके उपरांत भी १३ मार्च को आरती के उपरांत मुसलमान कट्टरपंथियों ने वहां पुन: हिन्दुओं पर पथराव किया।
३. शिव सेना जिला अध्यक्ष राजेंद्र जंजाल के नेतृत्व में पंचक्रोशी के डेढ सहस्त्र युवाओं ने एकत्र होकर महाआरती की । इस समय स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए बडी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था । इस श्री हनुमान मंदिर तक पहुंचने के लिए पुष्पा गार्डन से मदीना मस्जिद और अंबेडकर चौक तक २ मार्ग हैं । श्री हनुमान मंदिर की महाआरती में डेढ सहस्त्र से अधिक लोग सहभागी हुए। महाआरती के उपरांत लोगों ने नेता राजेंद्र जंजाल की उपस्थित में उनके समक्ष घोषणा देना प्रारंभ कर दिया ।
४. महाआरती के उपरांत घोषणाएं देती भीड़ को पुलिस ने खदेड दिया; किन्तु उसी समय जब ४० से ५० हिन्दू युवक मोटरसाइकिलों पर इस सडक से जारहे थे तब कट्टरपंथियों ने उन पर पथराव कर दिया। मुकुंदनगर के शुभम राठौड़ (१८ वर्ष), अविनाश बोंद्रे (१९ वर्ष) और सागर बंजारे (२४ वर्ष), जिसमें घायल हो गए।
५. एम.आई.डी.सी. सिडको पुलिस थाने के उप निरीक्षक अर्जुन राऊत ने भीड को समझाने का प्रयत्न किया , साथ ही उन्होंने १२ मार्च को हुए दंगे के प्रकरण में कार्रवाई का भी आश्वासन दिया।
६. चिकलथाना परिसर के पूर्व नगरसेवक संजय चौधरी और पुष्पा गार्डन परिसर के पूर्व नगरसेवक सोहेल शेख ने लोगों से शांत रहने का आवाहन किया । दोनों ने संदेश दिया कि ‘हम नगर में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के बीच सौहार्द बनाए रखेंगे और मिलजुल कर रहेंगे।’ उन्होंने अपने संदेश में कहा कि ‘बाहरी लोगों के कारण ही चिकलथाना में तनाव उत्पन्न हुआ है।’
स्रोत : हिंदी सनातन प्रभात