भांडुप (मुंबई) – हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती जान्हवी भदिर्के ने प्रतिपादन करते हुए कहा कि वर्तमान स्थिति में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों की मात्रा बढ गई है । पुलिस एवं प्रशासन प्रत्येक समय हमारी रक्षा के लिए पहुंचें, ऐसा संभव नहीं है । बुरे प्रसंग कभी भी आ सकते हैं । उन प्रसंगों से बचने के लिए प्रत्येक युवती एवं महिला को स्वसुरक्षा प्रशिक्षा ज्ञात हो, यह काल की आवश्यकता है । यहां युवतियों के लिए आयोजित शौर्य प्रशिक्षण शिविर में ‘लडकियों की वर्तमन स्थिति एवं हिन्दू धर्म की महानता’ विषय पर वे ऐसा बोल रही थीं । इस अवसर पर समिति की कु. सिद्धी बाळे ने ‘भारत का शौर्यशाली इतिहास’ विषय पर मार्गदर्शन किया । इस शिविर में बहुत युवतियां सम्मिलित हुई थीं । मार्गदर्शन के उपरांत शिविर में स्वरक्षा की पद्धति एवं विशेष प्रतिकार के प्रसंग सिखाए गए ।
अभिप्राय
१. कु. सुरभी शिंत्रे – चलचित्र में एक व्यक्ति १० लोगों का प्रतिकार करता है, क्या उसी प्रकार मुझे जमेगा ? ऐसा लगता था; परंतु यह शिविर देखकर ध्यान में आया कि यदि हम प्रशिक्षित हैं, तो प्रतिकार कर सकते हैं ।
२. श्रीमती सारिका विचारे – इतिहास के अज्ञात उदाहरण ज्ञात हुए । बच्चों को यह शौर्यशाली इतिहास ज्ञात होना चाहिए ।
३. श्री. तेमूलकर – ऐसे शिविर संपन्न हों, यह काल की आवश्यकता है ।