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हिन्दू जनजागृति समिति, रणरागिनी शाखा, समान विचारधारा वाले संगठनों और प्रशासन के कार्यकर्ताओं का सहयोग
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निरंतर २२ वर्षों से धुलीवंदन और रंगपंचमी के दिन जलाशय के संभावित प्रदूषण को रोका गया !
पुणे – हिंदू जनजागृति समिति, रणरागिनी शाखा और समविचारी संघों द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया ‘खडकवासला जलाशय संरक्षण’ अभियान ३० मार्च को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। २२ वें वर्ष में सबके प्रयास से अभियान सफल होने के उपरांत, ‘ईश्वर की कृपा से ही यह अभियान सफल हो रहा है।’ हम कृतज्ञता और संतुष्टि की अनुभूति कर रहे हैं। भगवान का संकल्प कार्यरत है, हमने इसकी अनुभूति प्राप्त की ”। उपस्थित लोगों ने ऐसी भावनाएं व्यक्त की ।
वर्तमान में पूर्ण पुणे जिले के २६ जलाशयों में ५६.३१ टीएमसी उपयोगी जल भंडार है और वर्तमान उपयोगी जल भण्डार की मात्रा कुल भण्डार से मात्र २८.३९ प्रतिशत ही अल्प है। ऐसी परिस्थिति में जलाशय को सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है। इसलिए समिति का यह अभियान विशेष महत्व रखता है। २२ वर्षों के अथक प्रयासों और जागरूकता के उपरांत , धूलिवंदन और रंगपंचमी के त्योहारों के समय उपद्रवों में कमी आई, जिसके परिणामस्वरूप हिंदू धर्मशास्त्र के प्रति जागरूकता भी आई और जलाशय के संभावित प्रदूषण की भी रोकथाम हुई।
यह चूंकि एक सामाजिक कल्याण गतिविधि है, इसलिए समाज से भी अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है !
खडकवासला जलाशय के समीप मानव श्रृंखला बनाने के लिए जो भी प्रमाण चाहिए उसमें भी धर्म प्रेमियों के साथ-साथ नागरिकों ने भी अपनी-अपनी पद्धति से सहायता की। गत २२ वर्षों से समिति के सभी कार्यकर्ता उष्माघात की चिंता न करते हुए मानव श्रृंखला के माध्यम से जलाशय की सुरक्षा का कार्य करते आ रहे हैं। धार्मिक शिक्षा वर्गों के माध्यम से गांव-गांव तक किए गए प्रसार के साथ-साथ समिति के प्रबोधन के फलस्वरूप इसे समाज से अत्यंत अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई एवं सबसे महत्वपूर्ण तत्व यह है कि यह अभियान समाज के कल्याणर्थ चलाया गया, इसीलिए यह शत-प्रतिशत सफल रहा।
अभियान ऐसे संपन्न हुआ !
जलाशय की रक्षा हेतु उपस्थित धर्मप्रेमियों एवं संगठनों का संकल्प !
हिंदू जनजागृति समिति द्वारा चलाये जा रहे खडकवासला जलाशय संरक्षण अभियान में समिति के सदस्य, युवा और महिलाएं निरंत उपस्थित रहकर जलाशय की रखवाली कर इस गतिविधि में भाग ले रहे हैं। जलाशय के संरक्षण के लिए यह पहल सराहनीय है। इसके लिए उपस्थित संगठनों के साथ-साथ धर्म प्रेमियों ने वर्ष भर पर्यावरण एवं संस्कृति संरक्षण के लिए इसी प्रकार की गतिविधियां चलाने का निर्णय लिया, जो समिति के कार्यों का एक प्रमुख परिणाम है।
पुलिस-प्रशासन एवं सिंचाई विभाग का सहयोग !
इस अभियान में पुलिस का प्रशंसनीय सहयोग प्राप्त हुआ । इस वर्ष पुलिस ने भी खडकवासला में नाकाबंदी कर सहयोग किया। उन्होंने समिति के कार्यों की सराहना की।कुछ लोगों ने अभियान स्थल पर बने प्रदर्शन कक्ष को भेंट दी और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के संबंध में भी वास्तविकता को जाना। सिंचाई विभाग की ओर से रंग खेलकर पानी में उतरने पर प्रतिबंध लगाने का संदेश देनेवाला जागरूकता फलक भी लगाया गया। इसके लिए हिंदू जनजागृति समिति ने उन्हें धन्यवाद दिया।
अभियान में विशेष भागीदारी!
‘होटल ब्रह्मा’ के महेंद्र वल्दिया, ‘पेगुडे स्नैक्स’ के निखिल पेगुडे, चेतन उने, ‘राधाकृष्ण होटल’ के नितिन जाधव, अमृत भेल, शिवणे धायरी फाटा के ट्रेडर्स एसोसिएशन के सारंग राडकर, अनिल जरांडे, धायरी फाटा के ´विशाल सिंहगढ़ विद्या और क्रीड़ा प्रतिष्ठान´ के सारंग नवले, उद्यमी अशोक कडू, परशुराम सेवा संघ के उपाध्यक्ष ऋषिकेश सुमंत, भाजपा कोथरुड के महासचिव गिरीश खत्री, भाजपा ओबीसी के दत्ता कोल्हे, पुलिस प्रशासन, सिंचाई विभाग, पुणे नगर निगम
क्षण चित्र
१. इस अभियान में पुणे के विभिन्न भागों से १५० से अधिक धर्म प्रेमियों ने भाग लिया।
२. अनेक गणमान्य लोगों ने भेंट दी एवं इस अभियान की सराहना की।
३. कुछ धर्म प्रेमी वास्तव में अभियान के विषय के संबंध में जानकारी प्राप्त होने के उपरांत सहभागी हुए ।
४. अभियान में जाधवर इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के ५० छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने भाग लिया। उन्होंने मानव शृंखला बनाकर २ घंटे तक जनता को जागरूक किया।