हिन्दू प्रथा-परंपराओं का पालन नही करने देते
रांची – चुटिया थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित शेल्टर होम में रहने वाली 21 वर्षीय युवती ने धर्म बदलने के लिए उस पर दबाव डालने का आरोप लगाया है। इसके बाद वह भाग निकली। अभी युवती एक परिवार की सुरक्षा में है। सांसद संजय सेठ ने मामले की जानकारी रांची के डीसी को दी है। डीसी ने इसे गंभीरता से लिया और जांच का आदेश दिया है। युवती ने घटना की शिकायत राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष से भी की है।
युवती ने अपनी शिकायत में कहा है कि, उसके माता-पिता की मौत के बाद एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा उसे 2012 में आंचल शिशु होम लाया गया था। शिशु होम में ही उसकी पढ़ाई-लिखाई शुरू हुई। अब उसकी उम्र 21 वर्ष हो चुकी है। आश्रम से मुक्त कराने के लिए उसे 15 जुलाई, 2023 को बाल कल्याण समिति, रांची के पास लाया गया। पर युवती के आधार कार्ड में उसकी जन्म तिथि को अमान्य कर उसे नाबालिग बताते हुए शेल्टर होम भेज दिया गया। तब युवती ने कहा था कि मेडिकल जांच कराने के बाद उसे शेल्टर होम से मुक्त कर दिया जाये, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
युवती के अनुसार उसे शेल्टर होम में काफी काम कराया जाता था। बात- बात पर टॉर्चर किया जाता था। कोई व्रत या पूजा- पाठ करने नहीं दिया जाता था। युवती के अनुसार गुड फ्राइडे के दिन उसे धर्म बदलने के लिए कहा गया। यह भी आश्वासन दिया गया कि तुम्हारी नौकरी लगा देंगे। युवती के अनुसार वह दूसरे दिन सुबह वहां से भाग निकली। वह 12वीं तक की परीक्षा दे चुकी है और शेल्टर होम में नहीं रह कर आगे पढ़ाई करना चाहती है। उसे पूर्व में ही धर्म बदलने के लिए कहा जा चुका है। पर वह ऐसा नहीं करना चाहती है।
स्रोत : प्रभात खबर