बाईं ओर मंदिर का अस्तित्व दर्शाने का प्रवेशद्वार एवं दाईं ओर ईसाइयों द्वारा किया अतिक्रमण !
पणजी : शंखवाळ (सांकवाळ) में पुरातन श्री विजयादुर्गादेवी के मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण करना, चर्च संस्था द्वारा सुनियोजित प्रयत्न आज भी शुरू है । शंखवाळ (सांकवाळ) में धरोहर स्थल पर ईसाइयों ने हाल ही में एक शव लाकर उस स्थान पर प्रार्थना की । इस स्थान पर प्रथम बार ही ऐसा हुआ हैै । धरोहर स्थल पर कुछ भी करने की अनुमति न होते हुए भी ऐसी घटनाओं की ओर सरकार एवं प्रशासन की अनदेखी किए जाने की शिकायत है । विशेषरूप से राज्य में लोकसभा चुनावों की आचारसंहिता लागू होने पर ऐसा हो रहा है । इससे कानून एवं सुव्यवस्था बिगड सकती है ।
धरोहर स्थल पर अनधिकृतरूप से निर्माण किए गए ‘चैपल’पर (छोटे चर्च पर) हाल ही में एक ध्वनिक्षेपक लगाया गया है । ध्वनिक्षेपक की दिशा भी समीप की गोशाला की ओर की गई है ।
धरोहर स्थल पर शव लाकर प्रार्थना करने का प्रकार निषेधार्ह ! – नितिन फळदेसाई, आंतरराष्ट्रीय बजरंग दल
पणजी : लोकसभा चुनावों की पार्श्वभूमि पर श्री विजयादुर्गादेवी के मंदिर के स्थान पर (धरोहर स्थल पर) अतिक्रमण करना शुरू ही है । धरोहर स्थल पर शव लाकर प्रार्थना करना, पूर्णरूप से निषेधार्ह है । क्या इसे रोकने का दायित्व सरकार का नहीं है ? धरोहर स्थल पर चल रहे अनधिकृत कृत्यों के विषय में गोवा सरकार के पुरातत्व विभाग की ओर अनेक बार कार्यप्रणाली का पालन करते हुए आवश्यक कागदपत्रों सहित शिकायत दर्ज करने पर भी ये शिकायतें दर्ज नहीं की जातीं ।
अब सरकार में मंत्री चुनावों के प्रचार में अत्यधिक व्यस्त हैं । हम न्याय किससे मांगें, यह कौन बताएगा ? ऐसा प्रश्न ‘आंतरराष्ट्रीय बजरंग दल’के गोवा विभाग प्रमुख नितिन फळदेसाई ने एक प्रसिद्धीपत्रक द्वारा किया है ।
स्त्रोत : सनातन प्रभात मराठी