जब कट्टरपंथी हजारों की संख्या में एकत्र हुए थे तब पुलिस क्या कर रही थी ? कट्टरपंथियों की हिंसा पर काबू न पाने वाली पुलिस को निलंबित कर देना चाहिए ! – संपादक
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९०० से १ हजार मुसलमान एकत्रित
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कार पर लात-घूंसे और लाठियां बरसाईं
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अब तक ४ बार हुआ आक्रमण
नासिक – अखिल भारतीय संत समिति एवं धर्म समाज के महाराष्ट्र प्रमुख एवं महंत पीठाधीश्वर डाॅ. अनिकेतशास्त्री महाराज पर ३ अप्रैल की रात १ बजे नासिक हाईवे के पास ९०० से १ हजार कट्टरपंथियों ने आक्रमण किया तथा उनकी कार के शीशे क्षतिग्रस्त किए । यह प्रकरण थाने में दर्ज कराया गया है । महाराज ने राज्य सरकार से पुलिस सुरक्षा देने का अनुरोध किया है । वर्ष २०२० में पालघर में भीड ने आक्रमण कर २ साधुओं की हत्या कर दी थी । महाराज ने आशंका व्यक्त की कि यह आक्रमण उसी नरसंहार के समान है। महाराज पर हमला करने वाले कट्टरपंथियों ने सडक की अन्य कारों में भी तोडफोड की । महाराज की गाडी पर भी लात-घूंसे और लाठियां बरसाई गईं। इस पर महाराज ने कहा, ”हमने कार को बाहर निकालकर अपने प्राणों की रक्षा की ।”
उन पर यह अब तक का चौथा आक्रमण है । इससे पहले कुछ अज्ञातों ने उनके आश्रम पर पत्थर फेंकना, गौशाला में शराब की बोतलें फेंकना, कार पर बार-बार पत्थर फेंकना, इस प्रकार के आक्रमण किए हैं ।
सरकार यदि हिन्दू धर्मगुरुओं की रक्षा करने में असमर्थ है, तो उनकी रक्षा करना हिन्दुओं के लिए आवश्यक ! – रणजीत सावरकर, वीर सावरकर के नाती और वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष
डॉ. अनिकेत शास्त्री महाराज पर हुए आक्रमण की मैं निंदा करता हूं । हिन्दूबहुल देश के हिन्दू धर्मगुरुओं पर बार-बार आक्रमण होना, क्लेषदायक है । शासन इस विषय में कठोर कार्यवाही कर, यह प्रवृत्ति नष्ट करे । पालघर प्रकरण में अभीतक दोषियों को दण्ड नहीं मिला है, यह बात हिन्दू समाज भूला नहीं है । सरकार यदि हिन्दू धर्मगुरुओं की रक्षा करने में असमर्थ है, तो अब हिन्दुओं के लिए अपने धर्म और धर्मगुरुओं की रक्षा करना आवश्यक हो गया है ।
स्त्रोत : हिंदी सनातन प्रभात