मुंबई (महाराष्ट्र) – अलीबाग का नाम हिन्दू स्वराज्य के सूबेदार ’मायनाक भंडारी’ के नाम पर रखा जाना चाहिए । विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मांग की है कि अलीबाग का नाम बदलकर ’मायनाक नगरी’ कर दिया जाए । इस संबंध में नार्वेकर ने २२ मार्च को मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है ।
मायनाक भंडारी ने हिन्दू स्वतंत्रता से पहले अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी । पत्र में नार्वेकर ने कहा कि उनकी वीरता के स्मरण में ‘अलीबाग’ शहर तथा ‘अलीबाग’ तालुका का नाम ’मायनाकनगरी’ रखा जाना चाहिए । राहुल नार्वेकर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अलीबाग में मायनाक भंडारी का भव्य स्मारक बनाने की भी मांग की है । अखिल भारतीय भंडारी महासंघ की मांग पर राहुल नार्वेकर ने इस नाम परिवर्तन की मांग की है ।
सरखेल कान्होजी राजे आंग्रे के वंशज रघुजी राजे आंग्रे ने राय व्यक्त की है कि अलीबाग का नाम बदलकर ‘सरखेल कान्होजी राजे आंग्रे’ के नाम पर रखा जाना चाहिए ।
अलीबाग नाम अली नामक एक ऐतिहासिक अधिकारी के नाम पर पड़ा है ।
मायनाक भंडारी कौन थे ?
मायनाक भंडारी तथा दरिया सारंग शिवाजी महाराज की नौसेना के सूबेदार थे । वर्ष १६७९ में अंग्रेजों ने मुंबई बंदरगाह पर खंडेरी-उंडेरी क्षेत्र पर कब्ज़ा करने के लिए एक सेना भेजी । उस समय छत्रपति शिवाजी महाराज ने मायनाक भंडारी को ब्रिटिश सेना का सामना करने के लिए भेजा । मायनाक भंडारी ने लगातार संघर्ष किया तथा अंग्रेजों को हरा दिया । मायनाक भंडारी ने हिन्दू स्वराज्य के लिए रत्नागिरी जिले के हार्ने में सुवर्णदुर्ग जीता । मायनाक भंडारी की समाधि रत्नागिरी जिले के भाटे में स्थित है ।
स्त्रोत : हिंदी सनातन प्रभात