‘त्रिशूर पूरम’ उत्सव पर वामपंथी सरकार ने लगाए थे कई तरह के प्रतिबंध, अब दबाव में CM ने कही जांच की बात
केरल के त्रिशूर शहर में प्रसिद्ध वडक्कुनाथन (शिव) मंदिर में आयोजित होने वाले ‘त्रिशूर पूरम’ उत्सव में शुक्रवार-शनिवार (19-20 अप्रैल 2024) की रात हजारों लोग शामिल हुए, लेकिन केरल की वामपंथी सरकार अपनी हरकतों से बाज नहीं आई और उसने मंदिर परिसर में पुलिस भेज दिया। इस मंदिर में पुलिस को भी जूता पहनने की अनुमति नहीं है, इसके बावजूद पुलिस ने बैरिकेटिंग कर न सिर्फ आम भक्तों को मंदिर में जाने से रोका, बल्कि जूता पहने पुलिस भी मंदिर परिसर में मौजूद रही, जिसकी वजह से मंदिर प्रशासन और आम लोगों ने जमकर हंगामा किया। इस मामले में वामपंथी मुख्यमंत्री पी विजयन ने जाँच की बात कही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से केरल की वामपंथी सरकार ने मंदिर के अंदर पुलिस को भेजा और आम श्रद्धालुओं को पूजा-पाठ करने से रोका।
ശ്രീരാമക്കുട പൊലീസ് എന്തിന് തടഞ്ഞു..?#ThrissurPooram2024 #Police #WithPooram pic.twitter.com/KZ3JvgGhRM
— Janam TV (@tvjanam) April 21, 2024
रमित नाम के एक्स यूजर ने केरल पुलिस की बदतमीजी वाला वीडियो पोस्ट किया और लिखा, “त्रिसूर पूरम त्योहार महाने से पिनराई विजयन की पुलिस रोक रही है। ये वो वजह है, जिसे हिंदुओं को शुक्रवार (26 अप्रैल 2024) को वोटिंग के दौरान याद रखने की जरूरत है।”
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इस मामले में लोगों के बढ़ते दबाव के बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का बयान सामने आया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वो इस मामले की उच्चस्तरीय जाँच का आदेश दे रहे हैं। सीएम पी विजयन ने कहा, “इसकी गंभीरता से जाँच होनी चाहिए कि पूरम वाले दिन क्या हुआ था। देवास्वोम अधिकारियों द्वारा भेजी गई एक शिकायत मौजूद है…पुलिस महानिदेशक को घटनाओं की जाँच करने और एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।”
स्रोत : ऑप इंडिया