रामराज्य के स्थापना के लिए हिंदुओं को हनुमानजी जैसी भक्ति और वीरता की आवश्यकता ! – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदू जनजागृति समिति
श्री हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर हिंदुओं में वीरता जागृत करने एवं रामराज्य के कार्य के लिए बल प्राप्त करने के उद्देश्य से हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य समविचारी हिंदुत्ववादी संगठनो द्वारा देशभर में 757 स्थानो पर सामूहिक ‘गदापूजन’ का आयोजन किया गया ।
इन कार्यक्रमो का प्रारंभ शंखनाद से हुआ । उसके पश्चात सामूहिक प्रार्थना, ‘गदापूजन’ अनुष्ठान, श्री हनुमान की आरती, श्री हनुमान चालीसा के पाठ के साथ ‘श्री हनुमते नमः’ का सामूहिक जाप किया गया। ‘धर्मसंस्थापना के लिए हनुमानजी के गुणों को कैसे आत्मसात किया जाए’, इस पर भी मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम के अंत में ‘रामराज्य की स्थापना के लिए सामूहिक प्रतिज्ञा’ ली गई ।
Today, on the occasion of Hanuman Jayanti, the Hindu Janajagruti Samiti performed 'Gadapujan' (Worship of Gada – mace, seen in the hands of Deities such as Hanuman). Shri Sunil Ghanwat @SG_HJS, coordinator of Hindu Janajagruti in Maharashtra and Chattisgarh, conducted the… pic.twitter.com/7sxNA7brFK
— HinduJagrutiOrg (@HinduJagrutiOrg) April 23, 2024
इस गदापूजन के पीछे की भूमिका बताते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने कहा, युगोयुगो सें हनुमानजी के शौर्य के प्रतीक रूप में उनकी ‘गदा’ पहचानी जाती है ! इसी दैवी गदा से उन्होने कई शक्तिशाली राक्षसों को मार डाला और भगवान श्री रामचंद्र के ‘रामराज्य’ में योगदान दिया। महाभारत के युद्ध में भी हनुमानजी ने अर्जुन के रथ के उपर बैठकर पांडवों को धर्मयुद्ध जीतने में दैवीय सहायता की थी। छत्रपति शिवाजी महाराज के हिंदवी स्वराज्य की स्थापना के लिए भी समर्थ रामदास स्वामी ने 11 मारुति की स्थापना की और मावळो (शिवाजी महाराज के सैनिको) को बल प्राप्त करवाकर दिया । आज 500 साल बाद पुन: एक बार अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला विराजमान हुऐ है । ऐसे समय में हमें पुनः रामराज्य स्थापित करने के लिए हनुमानजी जैसी भक्ति और वीरता की अत्यंत आवश्यकता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए आज श्री हनुमान जयंती के मंगल दिन जगह-जगह गदापूजन का आयोजन किया गया है ।
मुंबई, रायगड, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, सातारा, कोल्हापूर, सोलापूर, छत्रपती संभाजीनगर, नाशिक, जळगाव, अमरावती, यवतमाळ के सहित महाराष्ट्र में 642 स्थानो पर, गोवा मे 30, कर्नाटक में 41, पश्चिम बंगाल 10, पूर्व उत्तर प्रदेश 6, मध्ये प्रदेश आणि राजस्थान 14, नवी दिल्ली, हरियाणा आणि पश्चिम उत्तर प्रदेश में 14; तो पूरे देशभर में 757 स्थानो पर सामूहिक गदापूजन किया गया । पुणे के गदापूजन के कार्यक्रम में सनातन संस्था की सद्गुरु स्वाती खाडये एवं पूज्य (श्रीमती) मनीषा पाठक जी की वंदनीय उपस्थिती थी । अन्य स्थानो पर हिंदू संगठनों के पदाधिकारी और युवावर्ग बड़ी संख्या उपस्थित थे।