संदेशखाली (पश्चिम बंगाल) – केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने संदेशखाली मामले में पश्चिम बंगाल में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। बता दें कि सीबीआई ने ऐसे दिन छापेमारी की है, जब पश्चिम बंगाल समेत देश के कई राज्यों में लोकसभा चुनाव-2024 के तहत दूसरे चरण के लिए वोटिंग चल रही है। पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 3 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। वोटिंग के दौरान भी बंगालमें हिंसा की खबरें सामने आई हैं।
बंगाल के संदेशखाली में NSG की टीम
संदेशखाली में CBI ने मारा था छापा
संदेशखाली से हथियार और बंदूकें बरामद हुई थी #NSG #CBI #Raids #Sandeshkhali #SheikhShahjahan #WestBengal @_poojaLive @SinghkolAashika pic.twitter.com/PXn3Ey4cof— News18 India (@News18India) April 26, 2024
संदेशखाली मामले में सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर छापे मारे हैं। जांच एजेंसी ने कई ठिकानों पर छापेमारी कर हथियारों का जखीरा बरामद किया है। बताया जा रहा है कि कई संदिग्ध आरोपी सीबीआई की रडार पर हैं। वहीं, बरामद हुए हथियारों का विदेश से स्मगलिंग होने का शक है। इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सीबीआई ने हथियारों की बरामदगी के साथ ही नगदी भी जब्त की गई है। जांच एजेंसी टीम ने अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए हैं। बता दें कि इस मामले में सीबीआई तीन FIR को टेकओवर कर चुकी है। संदेशखाली मामले में पहले भी कई गिरफ्तारी हो चुकी है।
पश्चिम बंगाल का संदेशखाली लगातार चर्चा में है। उत्तर 24 परगना के संदेशखाली ब्लॉक में बवाल जारी है और महिलाएं लगातार प्रदर्शन कर रही हैं। संदेशखाली कांड को लेकर भाजपा ममता सरकार पर हमलावर है। संदेशखाली कांड पर बवाल इतना अधिक बढ़ गया है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की न केवल मांग हो रही है, बल्कि सिफारिश भी हो रही है। अब सवाल उठता है कि आखिर ये संदेशखाली कांड है क्या और इसका खलनायक कौन है, जिसके गिरफ्तारी की लगातार मांग हो रही है। दरअसल, संदेशखाली बवाल की असल वजह है टीएमसी नेता शाहजहां शेख। शाहजहां शेख और उसके समर्थकों पर गरीबों की जमीन हड़पने और महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप हैं।
स्रोत : हिन्दी १८