बालीपुर धाम (जिला धार, मध्यप्रदेश) में सद्गुरुदेव प.पू. गजानन महाराज बाबाजी के १०४ वें जन्मोत्सव का आयोजन
सद्गरुदेव प.पू. गजानन महाराज बाबाजी के जन्मोत्सव कार्यक्रम के महत्वपूर्ण क्षण
बालीपुर धाम (मध्यप्रदेश) – संत दु:ख का निवारण कर कृपा करते हैं; परंतु हमें गुरु के पास सकाम इच्छा लेकर न जाते हुए मनुष्य जन्म का सार्थक करने की इच्छा रखनी चाहिए । गुरु की सीख के अनुसार प्रसार-प्रचार करना, उनकी सर्वश्रेष्ठ सेवा है, ऐसा मार्गदर्शन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे ने किया । यहां के अंबिका आश्रम में सद्गुरुदेव प.पू. गजानन महाराज के १०४ वें जन्मोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया था । उस समय वे उपस्थित भक्तों को मार्गदर्शन कर रहे थे ।
सद्गुरु डॉ. पिंगळे आगे बोले, ‘‘मेरे गुरु मेरी ओर सतत देख रहे हैं, ऐसा लगना शिष्यावस्था का लक्षण है । गुरु का आज्ञापालन ही उनका खरा स्मरण है । उनके आज्ञापालन ने अपने आज्ञाचक्र का भेदन होता है ।’’ इस अवसर पर उन्होंने गुरु एवं शिक्षक, माता-पिता और गुरु में भेद आदि विषयों पर उपस्थितों को मार्गदर्शन किया ।
शास्त्र समझकर त्योहार मनाना आवश्यक !
इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में अगले दिन उपासना के लिए आई महिलाओं का मार्गदर्शन करते हुए सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे बोले, ‘‘हम सप्तशती का पठन करते हैं । इस उपासना के साथ हमें स्वयं में, इसके साथ ही आनेवाली पीढियों में दुर्गामाता की निर्मिति करनी है । रक्षाबंधन पर भाई द्वारा बहन को संरक्षण का आश्वासन और भैया-दूज के समय बहन द्वारा भाई की रक्षा के लिए की जानेवाली प्रार्थना आज हम भूलते जा रहे हैं । इसलिए हिन्दू त्योहारों को समझकर मनाना और आनेवाली पीढी को उस विषय में अवगत कराना आवश्यक है ।’’
इस प्रसंग में जनमानस को उपासना के लिए प्रवृत्त करनेवाले और संध्याकर्म के विषय में जागृति करने का महत्कार्य करनेवाले श्री १००८ सद्गुरु योगेशजी महाराज का सद्गुरु डॉ. पिंगळे ने सम्मान किया । इस अवसर पर सद्गुरु डॉ. पिंगळे ने श्री १००८ सद्गुरु योगेशजी महाराज को हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की जानकारी देकर उनके आशीर्वाद लिए । इस अवसर पर श्री. रविंद्र शर्मा उपस्थित थे ।
इस अवसर पर श्री १००८ सुधाकर महाराजजी के दर्शन लेकर उन्हें सद्गुरु डॉ. पिंगळे ने भेटवस्तु दी । श्री १००८ सुधाकर महाराज समिति के कार्य को सुनकर प्रसन्न हुए और उन्होंने सद्गुरु डॉ. पिंगळे को श्रीफल व प्रसाद देकर आशीर्वाद दिया । इस अवसर पर सद्गुरु डॉ. पिंगळे ने समाधिस्थल और मंदिर के दशर्न लिए । इस प्रसंग में सद्गुरु डॉ. पिंगळे के शुभहस्तों विधिवत गुरुपादुका पूजन किया गया ।
क्षणिकाएं
१. कार्यस्थल पर ब्रह्मवृंदों ने मंत्रोच्चार सहित सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे का स्वागत किया ।
२. कार्यक्रमस्थल पर हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से धर्मशिक्षा देनेवाला फ्लेक्स प्रदर्शन लगाया गया था ।