तनावमुक्ति परिस्थिति पर नहीं, अपितु दृष्टिकोण पर निर्भर – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति
भीलवाडा (राजस्थान) – यहां के एस्टेक नर्सिंग महाविद्यालय में तनावमुक्ति एवं संतुलित जीवन का रहस्य’, विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया था । हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे ने यहां के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया । उन्होंने अपने मार्गदर्शन में कहा, ‘‘वास्तव में आज की विषम परिस्थिति में बिना घबराए संकल्प लेकर कार्य करने की आवश्यकता है । वर्तमान में अनेक युवक तनावयुक्त वातावरण में जीवन बिता रहे हैं । ऐसे समय पर सकारात्मक विचारों में रहकर मन की शक्ति प्रबल करने से हमारे सामने पर्वत समान कितने भी ध्येय हों, तब भी हम उन्हें सहजता से साध्य कर सकते हैं । इसलिए परिस्थिति पर नहीं, अपितु अपने दृष्टिकोण पर तनाव निर्मूलन निर्भर है ।’’ इस में‘एस्टेक नर्सिंग महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी वर्ग और विद्यार्थी-विद्यार्थिनी, इसप्रकार कुल १०० से भी अधिक लोग उपस्थित थे ।
इस अवसर पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए सद्गुरु डॉ. पिंगळे ने बताया कि तनाव क्यों निर्माण होता है? उससे होनेवाले दुष्परिणाम और तनाव निर्मूलन के लिए शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक उपाययोजना कौनसी करें ? इस विषय में जानकारी दी । महाविद्यालय के प्राचार्य श्री. आशीष सिंघल ने आभारप्रदर्शन किया । इस कार्यक्रम के लिए ‘एस्टेक ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट’के संचालक डॉ. के.सी. तोतला का सहयोग मिला ।