‘ये मिनी पाकिस्तान है, यहां हिंदुओं का आना मना है’- बेल के बाद भी दे रहे धमकी
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ६ मई २०२४ को जीवनदीप सिंह नाम के सिख युवक पर अरशद, नफीस, शोएब और राजा खान उर्फ सज्जाद अली ने हमला कर दिया। जीवनदीप के गले में तुलसी की माला देखकर हमलावरों ने उसे हिन्दू समझा और बेरहमी से पीटा और उनकी गाड़ी भी तोड़ दी। जिस इलाके में यह हमला हुआ था, उसे स्थानीय लोग ‘मिनी पाकिस्तान’ कहते हैं। फ़िलहाल सभी आरोपित जमानत पर हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना तालापारा इलाके की है। ३० वर्षीय जीवनदीप बिलासपुर में ट्रेवेल एजेंट के तौर पर काम करते हैं। ६ मई को उनकी बेटी का जन्मदिन था। इस जन्मदिन पर उन्होंने अपने तमाम दोस्तों को भी बुलाया था, जिनमें आरिफ नाम का शख्स भी था। आरिफ बिलासपुर के उस मुस्लिम बहुल तालापार इलाके का रहने वाला है, जिसे स्थानीय लोग ‘मिनी पाकिस्तान’ कहते हैं।
रात को जीवनदीप आरिफ को छोड़ने के लिए उसके घर गया था। वापसी के दौरान जीवनदीप ने अपनी कार स्टार्ट की तो वहाँ खड़े कुछ लोगों ने हेडलाइट की रौशनी आँखों में पड़ने की बात कहकर झगड़ा करने लगे। आरोप है कि सज्जाद अली, साबिर, मोहम्मद फैज़ान और शोएब खान ने जीवनदीप को गंदी-गंदी गालियाँ देनी शुरू कर दी। जीवनदीप ने विरोध किया तो उन्हें कार से बाहर खींच लिया गया।
पीड़ित के गले में तुलसी की माला देखकर हमलावरों ने उन्हें हिन्दू कहकर बुरी तरह पीटने लगे। लात-घूँसों के साथ जीवनदीप पर लाठी-डंडे भी बरसाए गए। उनकी कार भी तोड़ डाली गई। जैसे-तैसे जीवनदीप ने अपनी जान बचाई। इसके बाद थाने में जाकर उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस सभी आरोपितों के खिलाफ IPC की धारा 323, 427, 294, 34 और 506 के तहत FIR दर्ज की।
तुम हिन्दू हो, मिनी पाकिस्तान में क्या कर रहे हो
ऑर्गनाइजर की रिपोर्ट के मुताबिक, जीवनदीप सिंह मूलतः दुर्ग जिले के भिलाई शहर के रहने वाले हैं। लगभग ३ साल पहले वो बिलासपुर में परिवार सहित शिफ्ट हुए थे। जीवनदीप सिंह २ बच्चियों के पिता हैं। उनकी छोटी बेटी महज एक माह की है। आरोप है कि हमलावरों ने उन्हें उनकी इनोवा कार से बाहर निकाला और पूछताछ करने लगे।
इसी दौरान उनमें से एक हमलावर ने जीवनदीप सिंह से कहा, “तुम हिन्दू हो। मिनी पाकिस्तान में क्या कर रहे हो ? यहाँ हिन्दुओं का आना मना है।” इसी सवाल-जवाब के बीच लगभग १० और लोग वहाँ जमा हो गए। आरोप है कि इन सभी के हाथों में चाकू और तलवार भी थे। उन्होंने आते ही जीवनदीप सिंह पर हमला कर दिया।
जमानत पाते ही उपद्रव और हिंदुओं के कत्ल का उदाहरण
बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के बाद अब सभी चारों आरोपित जमानत पा चुके हैं। आरोप है कि अब सभी आरोपित जीवनदीप को धमकी दे रहे हैं। जीवनदीप सिंह पर केस को वापस लेने का भी दबाव बनाया जा रहा है। जमानत पर छूटते ही सज्जाद अली ने साथियों सहित अपने मोहल्ले और आसपास के इलाकों में फिर से दहशत बनानी शुरू कर दी।
सज्जाद ने तलवार निकाल कर स्थानीय निवासी और भाजपा नेता धनंजय गिरी गोस्वामी को गंदी-गंदी गालियाँ दीं। धनंजय गिरी ने थाने में शिकायत देने में जीवनदीप सिंह की मदद की थी। इसके कारण हमलावर उनसे नाराज हैं। आरोप है कि सज्जाद अली ने शोएब खान, मोहम्मद फैज़ान और साबिर के साथ मिलकर धनंजय को टुकड़ों में काट डालने की धमकी दी।
हमलावरों ने धनंजय गिरी को सनी पांडेय, नवीन महादेवा और ईश्वर बत्रा के उदाहरण दिए। इन सभी हिन्दुओं की अलग-अलग मामलों में मुस्लिम हमलावर हत्या कर चुके हैं। धनंजय को उनके ऑफिस तक जाकर धमकाने वाले चारों आरोपितों में से २ लोग २५ फरवरी २०२२ को हुए नवीन महादेवा की हत्या में मुख्य आरोपित वसीम के साथ शामिल बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने २६ वर्षीय सज्जाद अली उर्फ़ राजा को उसके साथियों सहित फिर से आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर लिया है। सज्जाद को उसी मोहल्ले में पैदल घुमाया गया, जहाँ वो गुंडागर्दी करता था। पुलिस उसको उसके साथियों सहित पैदल ही अदालत तक भी ले गई।
स्त्रोत : ऑप इंडिया