निकाह-धर्मांतरण की नीयत से निजामुद्दीन ने किया किडनैप – परिवार का दावा
बिहार के सुपौल में निजामुद्दीन नाम के मुस्लिम युवक ने एक हिंदू लड़की को मंदिर से किडनैप कर लिया। हिंदू लड़की के परिजनों ने ‘धर्मांतरण और निकाह’ के लिए किडनैपिंग का आरोप लगाया है। इस मामले के 8 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक लड़की न तो बरामद हो सकी है और न ही मुख्य आरोपित निजामुद्दीन।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मामला सुपौल के त्रिवेणीगंज पुलिस स्टेशन इलाके का है, जहाँ 10 मई 2024 की शाम को हिंदू लड़की का अपहरण मंगल बाजार स्थित चंपावती मंदिर से कर लिया गया। मुख्य आरोपित का नाम निजामुद्दीन है, जो सुपौल नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 4 का रहने वाला है। लड़की के परिजनों का आरोप है कि निजामुद्दीन ने अपने परिवार की मदद से लड़की का अपहरण किया है, ताकि उसका धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर सके। परिजनों ने निजामुद्दीन, उसके अब्बू सलाउद्दीन, माँ शाजहाँ,भाई वसीम अकरम,भाई मोहम्मद अजहरुद्दीन, भाई मोहम्मद जियाउद्दीन और बहन फहमीदा नासरीन के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई है।
त्रिवेणीगंज थाने में इस बाबत एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें पीड़ित की माँ ने बताया कि 10 मई की शाम करीब सात बजे से उनकी 22 वर्षीय बेटी घर से गायब है। काफी खोजबीन करने के बाद पता चला कि नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 4 निवासी मोहम्मद सलाउद्दीन का 26 वर्षीय बेटा निजामुद्दीन उर्फ गुलाब ने एक षड्यंत्र के तहत झूठे प्यार के जाल में उसे फँसा लिया और चंपावती मंदिर में बुलाकर वहाँ से अगवा कर लिया। पीड़िता की माँ ने बताया कि उसे शक है कि मेरी बेटी को अगवा कर ग़लत इरादों से धर्मांतरण करा उसके साथ जबरन बेटे की शादी कराना चाहता है। गायब बेटी की खोजबीन वो कर ही रही थी कि तभी इस बात का पता चला। ये लोग रिश्तेदारों के साथ मिलकर इस तरह का कुकृत्य करने वाले हैं।
इस मामले में त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष ने रामसेवक रावत ने कहा है कि पुलिस ने निजामुद्दीन उर्फ गुलाब के पिता मोहम्मद सलाउद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही लड़के और लड़की को भी बरामद किया जाएगा। उन्होंने मामले को प्रेम-प्रसंग से जुड़ा बताया है।
स्रोत : ऑप इंडिया