मध्यप्रदेश के ‘नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’ में ‘तनावमुक्ति’ विषय पर प्रवचन का आयोजन
सिंगरोली (मध्यप्रदेश) – एक सर्वेक्षणानुसार ‘कार्पाेरेट’ क्षेत्र के ७९ प्रतिशत कर्मचारियों को प्रतिदिन तनाव होता है । इस तनाव के कारण ७६ प्रतिशत लोगों के काम पर दुष्परिणाम होता है । हममें परिस्थिति संभालने की कुशलता नहीं होती । इसलिए व्यक्ति तनावग्रस्त हो जाता है । यह कुशलता प्राप्त करने के लिए अपने व्यक्तित्व के स्वभावदोष और अहं का निर्मूलन करना आवश्यक है, ऐसा मार्गदर्शन हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ ने ‘नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’के अधिकारी और कर्मचारियों को किया ।
‘नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’के अधिकारी और कर्मचारियों के लिए स्थानीय निगाही आनंदम् सभागृह में ‘तनावमुक्ति कैसे करें ?’, इस विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया है । कार्यक्रम का प्रारंभ दीपप्रज्वलन से हुआ । इस प्रसंग में ‘नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’के अध्यक्ष सहव्यवस्थापकीय निदेशक (संचालक) बी. साई राम, निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, तांत्रिक निदेशक जितेंद्र मलिक, निदेशक सुनील प्रसाद सिंह, मुख्य सतर्कता अधिकारी रवींद्र प्रसाद, स्वतंत्र निदेशक सुबीना बंसल आदि मान्यवरों की प्रमुख उपस्थिति थी । सभी को कार्यक्रम बहुत अच्छा लगा । ऐसे कार्यक्रम पुन: आयोजित करने का मानस आयोजकोंं ने व्यक्त किया ।
सद्गुरु सिंगबाळ आगे बोले, ‘‘तनाव कम करने के लिए मन को स्वसूचना देना, एक प्रभावी मार्ग है । स्वसूचना से ही अपनी बुद्धि द्वारा आंतरिक मन को दोषों पर नियंत्रण रखने के लिए दी गई सूचना होती है । स्वसूचना हमें अपने विचार और भावना बदलने में सहायता करती हैं । इसका लाभ सहस्रों लोगों को हो रहा है । नामस्मरण करने से मानसिक दुर्बलता न्यून होती है और सकारात्मक ऊर्जा बढती है । इससे हम कठिन परिस्थिति में भी स्थिर रह सकते हैं ।’’
क्षणिकाएं
१. सभागृह में सनातन संस्था के विविध आध्यात्मिक ग्रंथों का प्रदर्शन लगाया गया था । अंत में अनेक जिज्ञासुओं ने सत्संग में नियमित सम्मिलित होने की इच्छा व्यक्त की ।
२. ‘नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड’के तांत्रिक संचालक जितेंद्र मलिक ने वाराणसी (उत्तरप्रदेश) में सनातन आश्रम को भेट दी थी । उन्होंने आश्रम में अत्यंत शांति अनुभव की । यह लाभ उनके कर्मचारियों को भी मिले, इस उद्देश्य से उन्होंने यह संपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया था ।
३. कार्यक्रम के अंत में अनेक जिज्ञासु साधना संबंधी शंकाओं के निरसन के लिए काफी समय रुके थे । अनेक कुटुंबियों ने कहा कि यह विषय महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ आवश्यक भी है ।
४. ‘नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’के अध्यक्ष और सहव्यवस्थापकीय संचालक श्री. बी. साईराम कुछ समय के लिए ही कार्यक्रम में उपस्थित रहनेवाले थे; परंतु कार्यक्रम के लिए आने पर उन्होंने अंत तक रुककर कार्यक्रम का लाभ लिया ।