अश्लीलता फैलाकर समाज पर आघात करनेवालों पर बलात्कार का अपराध प्रविष्ट करना चाहिए ! – उदय माहुरकर, संस्थापक, सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन, देहली
भाई ने बहन पर बलात्कार किया, शिक्षक ने विद्यार्थिनी पर, पिता ने बेटी पर बलात्कार किया, ऐसी घटनाएं समाज में हो रही हैं । संस्कृति पर इस आक्रमण के विरोध में गत २० वर्षों से हम काम कर रहे हैं । वर्ष २०२० में ‘ओटीटी प्लैटफॉर्म्स’ आने पर व्यभिचार की सभी मर्यादाएं पार हो गईं हैं । ‘अल्ट बालाजी’ इस ओटीटी प्लैटफार्म पर पुरुष का दादी, सौतेली मां, बहू के साथ व्यभिचार दिखाया जा रहा है । पुरुष का अपनी सास, भाभी के साथ, नौकरानी, पडोसन के साथ व्यभिचार का चित्रण दिखाया जा रहा है । भारत पर आक्रमण करनेवालों ने जितनी देश की हानि नहीं की, उतनी हानि ‘ओटीटी प्लैटफॉर्म्स’पर व्यभिचारी वीडियो के माध्यम से हुई है । ८० प्रतिशत बलात्कार इसप्रकार के वीडियो देखकर हो रहे हैं । यह समाज को तोडने का षड्यंत्र है । ऐसे व्यभिचार दिखानेवालों की जगह कारागृह में होनी चाहिए । इसे रोकने के लिए हम योजना निश्चित कर रहे हैं । अश्लीलता फैलाकर समाज पर आघात करनेवालों पर बलात्कार का अपराध प्रविष्ट करना चाहिए । ऐसों को ३ वर्षों तक जमानत नहीं मिलनी चाहिए । संस्कृति पर इस आक्रमण को राष्ट्रद्रोह माना जाए, ऐसा कठोर कानून इसके विरोध में होना अपेक्षित है । हमारे परिवाद करने पर ५७ ओटीटी प्लैटफॉर्म्स और अन्य सामाजिक माध्यमों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है । यह व्यभिचार रोकने के लिए सरकार को जो जागृति दिखानी चाहिए, वह दिखाई नहीं । ऐसी वस्तुस्थिति है; परंतु भविष्य में इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे । यह केवल सरकार का काम नहीं, अपितु इन सांस्कृतिक आघातों के विषय में समाज को भी जागृत रहना चाहिए, ऐसे वक्तव्य सेवा कल्चर सेवा भारत फाउंडेशन के संस्थापक श्री. उदय माहुरकर ने किए । वे ‘ओटीटी प्लॅटफॉर्म्स द्वारा फैलाए जानेवाली अश्लीलता और उसके विरोध में शुरू किए गए सेव कल्चर, सेव नेशन मूवमेंट’ इस विषय पर बोल रहे थे ।
भारत को ‘विकृत सामुग्रीमुक्त’ करने के लिए प्रतिज्ञा करनी चाहिए !
श्री. माहुरकर ने आगे कहा, ‘नेटफिक्स और ‘एक्स’ द्वारा ‘पोर्नोग्राफी’का उदात्तीरकण हो रहा है । इस पर अत्यंत व्यभिचारी वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं । हमने केंद्रसरकार से ‘पोर्नोग्राफी’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है । केंद्र सरकार ने गत १० वर्षों में विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है । कुछ इस्लामी देशों में ‘पोर्नोग्राफी’पर प्रतिबंध लगाया गया है । भारत को भी ‘विकृत सामग्रीमुक्त’ करने के लिए हमें प्रतिज्ञा करनी चाहिए ।
संस्कृतिरक्षा का कार्य करनेवाली हिन्दू जनजागृति समिति जगत की सबसे सात्त्विक संगठन !
संस्कृति रक्षा के लिए कार्य करनेवाली हिन्दू जनजागृति समिति विश्व की सबसे सात्त्विक संगठन है । इस संगठन में काम करनेवाला एक भी व्यक्ति संधिसाधु नहीं, ऐसे गौरवोद़्गार श्री. उदय माहुरकर ने व्यक्त किए ।
सनातन संस्था संस्कृति रक्षा का कार्य कर रही है !
सनातन संस्था कोई आतंकवादी कार्रवाई करनेवाली संस्था नहीं, अपित संस्कृति की रक्षा करनेवाली संस्था है । प्रतिबंध लगाना ही है, तो देवबंद, तबलिगी जमात पर लगाएं, ऐसा वक्तव्य श्री. उदय माहुरकर ने किया ।
हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए बड़ा जन आंदोलन खड़ा करना आवश्यक ! – प्रवीण चतुर्वेदी, संस्थापक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ‘प्राच्यम’
आज समूचा विश्व हिन्दू धर्म और संस्कृति को नष्ट करने का प्रयत्न कर रहा है । इसलिए, हमें संगठित होकर इसका सामना करना पड़ेगा । हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए धार्मिकता और आध्यात्मिकता से युक्त एक बड़ा जनांदोलन खड़ा करना आवश्यक है । यही कार्य हिन्दू जन जागृति समिति इस ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के माध्यम से कर रही है, यह विचार प्रतिपादन ‘प्राच्यम्’ के संस्थापक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री प्रवीण चतुर्वेदी ने ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के चौथे दिन किया । ‘हिन्दू ओटीटी मंच (प्लेटफॉर्म) ‘प्राच्यम्’ के माध्यम से वैचारिक आतंकवाद रोकने के लिए किए गए कार्य’ इस विषय पर वे बोल रहे थे ।
‘प्राच्यम्’ की स्थापना का उद्देश्य !
उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दू अपने धर्म और संस्कृति से दूर चला जाए, इसके लिए हिन्दू विरोधी शक्तियां चलचित्र, समाचार चैनल, यू ट्यूब जैसे सामाजिक माध्यमों का बड़ी चतुराई से उपयोग कर झूठी और मनगढ़ंत बातों का प्रचार कर रही हैं । यह पूर्व नियोजित षडयंत्र स्वदेश और विदेशों से चलाया जा रहा है । ‘भारत की नई पीढ़ी को अपनी हिन्दू संस्कृति के लिए आत्मगौरव न लगे’, यह इस षड्यंत्र का उद्देश है । इनकी झूठी पट कथाओं का प्रतिवाद कर भारत का खरा इतिहास, हिन्दू धर्म और महान संस्कृति के खरे कथानक लोगों के सामने लाने पड़ेंगे । इस विचार को लेकर ‘प्राच्यम्’ ने यू ट्यूब चैनल प्रारंभ किया है ।’’
ओटीटी मंच पर ‘प्राच्यम्’ का उदय !
उन्होंने आगे कहा, ‘‘श्रीराममंदिर की प्रतिष्ठापना होनेवाली थी । इसलिए, श्री रामजन्मभूमि मुक्ति के लिए जिन रामभक्तों को संघर्ष करना पड़ा था, उनपर एक ‘विडियो’ बनाया था । वह ‘यू ट्यूब’ चैनल पर प्रसारित किया, तो १ घंटे के भीतर ही चैनल ने उसे हटा दिया और मुझे मेरा यू ट्यूब चैनल बंद करने की धमकी दी । उसके बाद यह विडियो दूसरे सामाजिक माध्यम से प्रसारित किया गया । उस विडियो को करोड़ों दर्शकों का स्वयंस्फूर्त समर्थन मिला । उसके पश्चात ‘यू ट्यूब’ ने यह वीडियो पुनः प्रसारित किया । इस बंद की घटना के पश्चात हिन्दुओं के ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म’ ‘प्राच्यम्’ का आरंभ हुआ ।’ इसमें महान भारतीय संस्कृति से संबंधित वीडियो बनाए जाते हैं । इससे भारतीय युवकों को अच्छा संदेश मिलता है ।’’
क्षणिकाएं
‘प्राच्यम’ रचित विडियो, ‘हम क्या थे और क्या बन गए !, देश स्वतंत्र होने से पहले और बाद की सच्चाई दर्शानेवाला ‘साहेब’, तथा ‘श्रीरामजन्मभूमि मुक्ति का संघर्ष’ यहां दिखाया गया ।
काँग्रेस ने मुसलमानों को दिए गए आश्वासन के कारण ही स्वतंत्रताप्राप्ति के उपरांत भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं हुआ ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
‘जमियत उलेमा ए हिंद’के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने एक सार्वजनिक सभा में कहा कि, ‘काँग्रेस को स्वतंत्रता मिलने से पूर्व ही मुसलमानों को आश्वासन दिया गया था कि भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बनने दिया जाएगा । इसीलिए भारत ‘हिन्दू राष्ट्र’ नहीं हुआ । संविधान की धारा ३६८ के अनुसार सरकार को संविधान बदलने का संपूर्ण अधिकार है । संविधान में अब तक १०६ बार परिवर्तन हो चुका है, तब १०७ वां परिवर्तन कर भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ बना ही सकते हैं ।
सामाजिक माध्यमों पर एक वीडियो प्रसारित किया जा रहा है जिसमें एक छोटी लडकी कह रही है ‘मोदी आने के उपरांत भारत की ‘प्रति व्यक्ति आय’ (per capital income) अल्प हो गई है ।’ जब उससे पूछा गया कि ‘प्रति व्यक्ति आय’ का अर्थ क्या है ? पहले ‘प्रति व्यक्ति आय’ कितनी थी ? और अब कितनी है ?, तो वह उन प्रश्नों के उत्तर नहीं दे पाई । हिन्दुओं को ध्यान में रखना चाहिए कि इसप्रकार के झूठे कथानक फैलाए जा रहे हैं ।
हिन्दुओं के विरोध में झूठी कथाएं तैयार की जा रही हैं !
विश्व में कहीं पर भी ‘हिन्दू आतंकवाद’ का अस्तित्व नहीं है । अमेरिका की आतंकवादियों की सूची में अथवा ‘विकीपीडिया’ पर प्रकाशित आतंकियों की सूची में कहीं पर भी ‘हिन्दू आतंकवाद’, ऐसा उल्लेख नहीं है; परंतु भारत में आतंकवाद की झूठी कथाएं तैयार की गई हैं । एक ओर ‘आतंकियों का धर्म नहीं होता’, ऐसा कहा जाता है; जबकि दूसरी ओर हिन्दू आतंकवाद की झूठी कथाएं तैयार की जाती हैं । ‘द वायर’, इस समाचार जालस्थल पर ‘आतंकवाद’ तथा ‘कट्टरतावादी’ भिन्न-भिन्न होने की बात कही गई है तथा उनकी लडाई भारत सरकार के साथ उनके अधिकारों की लडाई होने का आभास उत्पन्न किया जा रहा है । ‘बीबीसी’ समाचारवाहिनी पर हमास जैसे आतंकी संगठनों का उल्लेख ‘उग्रवादी’ (मिलिटंट), ऐसा किया जाता है । उनकी दृष्टि में कश्मीर में कश्मीरी पंडितों का नरसंहार करनेवाले आतंकी नहीं हैं; परंतु हिन्दुओं को आतंकी प्रमाणि किया जाता है । इस प्रकार से झूठी कथाएं तैयार की जाती हैं ।
राष्ट्र को ध्वस्त करने के लिए प्रयासरत शक्तियों के विरोध में ध्यान केंद्रित करें ! – विनोद कुमार, संपादक, ‘स्ट्िरंग रिविल्स’, कर्नाटक
भारत को नष्ट करना ही कांग्रेस का कायर् है । विश्व में भारत की बदनामी करने का ही उनका षड्यंत्र है । वे झूठी कथाएं तैयार कर भारत को तोडने की भाषा बोल रहे हैं । उसके लिए इन लोगों ने सामाजिक प्रसारमाध्यमों का प्रभावी उपयोग किया । राष्ट्र को नष्ट करने के लिए प्रयासरत इन शक्तियों के विरोध में ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है, ऐसा प्रतिपादन ‘स्ट्िरंग रिविल्स’के संपादक श्री. विनोद कुमार ने यहां किया ।
श्री. विनोद कुमार ने आगे कहा कि भारत सरकार ने जब ‘सीएए’, ‘एन्आर्सी’ तथा ‘अग्निपथ’ योजनाएं लागू की, उस समय इन लोगों ने देश में दंगे कराए । भारत में अराजक उत्पन्न करना अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र का एक अंश है । राष्ट्रविरोधी शक्तियां देश की नीतियों के विरोध में सडकों पर उतरकर दंगे कराते हैं । इन शक्तियों पर प्रतिप्रहार करने में राष्ट्रनिष्ठ लोग अल्प पड जाते हैं । जॉर्ज सोरोस जैसे लोगों ने झूठी कथाएं रचकर भारत के चुनाव परिणाम को प्रभावित किया । हिन्दुओं को अपनी आवाज बुलंद करने का प्रयास करना चाहिए तथा उसके लिए सामाजिक प्रसारमाध्यमों का प्रभावी उपयोग करना चाहिए ।