हिन्दू भक्तों के संगठित प्रयासों से श्री दत्तगुरु की मूर्ति उसी स्थान पर स्थापित की गई !
पुणे के एरंडवने में देर रात प्रशासन ने पुणे का 60 वर्ष पुराना दत्त मंदिर ढहा दिया गया। इस घटना के बाद से हिंदु युवाओं में आक्रोश व्याप्त है| मिली जानकारी के अनुसार क्रिश्चियन पास्टर जॉन थॉमस ने एरंडवने में सत्यम इस्टेट के पास खड़े इस मंदिर की शिकायत प्रशासन के पास की थी।
पुलिस और सरकारी प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद स्थानिक हिन्दुओं में आक्रोश का माहौल व्याप्त है। करवाई के बीच स्थानिक हिंदू भक्तों ने एक साथ आकर इस कार्रवाई पर सवाल भी उठाया। साथ ही साथ देर रात कार्रवाई को अंजाम देने का कारण भी पूछा गया। प्रशासन ने हिन्दुओं के प्रश्नों को अनसुना करते हुए इस पुराने मंदिर को ढहाया, जिसके बाद से हिन्दू युवकों ने जवाब में इसी जगह पर भव्य मंदिर की स्थापना की जाएगी ऐसा प्रशासन को चैलेंज भी दिया है।
महाराष्ट्र पुणे एरंडवने के 60 साल पुराने दत्त मंदिर को एक गैर हिन्दू की शिकायत पर नगर निगम द्वारा रात में 12 बजे बुलडोजर चलवा कर ध्वस्त कर दिया गया। मंदिर सत्यम इंडिया एस्टेट में स्थित था। भक्तों में भारी आक्रोश
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— हम लोग We The People 🇮🇳 (@ajaychauhan41) July 7, 2024
देर रात घटना के बाद स्थानिक भक्तों ने एकत्रित होकर मूर्ति की पुनः स्थापना की और आरती भी की। इस प्रकरण के बाद सोशल मीडिया पर भी काफी बवाल मचा हुआ है। पुणे में बनी अवैध मस्जिदें और मजारों को बदले 60 वर्ष पुराना मंदिर तोड़े जाने पर महाराष्ट्र में बनी हिंदुत्व की सरकार पर भी लोग तंज कस रहें है। जिसके बाद कइयों ने तो पुलिस को पुणे रेलवे स्टेशन पर बनी अवैध मजार पर भी खरी खोटी सुना दी।
महाराष्ट्र में एक तरफ हिंदू संगठन छत्रपती शिवाजी महाराज के ऐतिहासिक किलों पर बनी अवैध मस्जिदों और मजारों को लेकर आक्रोश में है तो दूसरी तरफ केवल एक शिकायत पर टूटने वाले पुराने मंदिरों से दुखी हैं, इस घटना पर सरकार से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, अपने पिछले कई भाषण में जल्द ही किले अवैध कब्जों से मुक्त होंगे ऐसा इशारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिया है।
स्रोत : हिंदी सनातन प्रभात