कुंकळ्ळी में श्री शांतादुर्गा सेवा समिति की ओर से १५ जुलाई १५८३ को पुर्तगाली सरकार द्वारा चलाए गए धर्मछल के विरुद्ध आवाज उठानेवाले कुंकळ्ळी के १६ महानायकों को मानवंदना देने के लिए जलाभिषेक समारोह का आयोजन किया गया था । कुंकळ्ळी के गांववासियों का यह विद्रोह यूरोपीय साम्राज्यवाद के विरुद्ध की गई एशिया खंड की पहली क्रांति थी । भारत सरकार ने इस क्रांति को ‘गोवा राज्य राष्ट्रीय युद्ध स्मारक दिवस’, घोषित किया है । श्री शांतादुर्गा सेवा समिति गत ६ वर्षों से यह इतिहास अगली पीढी तक पहुंचाने के उद्देश्य से जलाभिषेक और व्याख्यान आयोजित कर रही है ।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कुंकळ्ळी के १६ महानायकों को मानवंदना देते समय समिति के राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सोलंकी ने कुंकळ्ळी के स्मारक पर जलाभिषेक किया ।
इस स्थान पर समिति की ओर से गोवा पर पुर्तगालियों द्वारा थोपे गए ‘इन्क्विजिशन’विषयी (धर्मछल विषय पर) फलक प्रदर्शन लगाया गया था । पुराभिलेख एवं पुरातत्व विभाग केेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेे मंत्री सुभाष फळदेसाई सहित अनेक लोगों ने इस फलक प्रदर्शन का अवलोकन किया ।