बेंगळुरू (कर्नाटक) – हिन्दू जनजागृति समिति के कर्नाटक राज्य प्रवक्ता श्री. मोहन गौडा ने कहा, ‘‘५०० वर्षों उपरांत अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बना है । इससे देशभर में श्रीराममय वातावरण है । ऐसे में कर्नाटक में ‘रामनगर’ जिले का नाम ‘बेंगळुरू दक्षिण’ करने का जो निर्णय काँग्रेस सरकार ने लिया है, उसका हिन्दू जनजागृति समिति ने तीव्र शब्दों में निषेध व्यक्त किया है । ‘श्रीराम का देश’के रूप में प्रसिद्ध भारत में यदि श्रीराम का नाम मिटाने का प्रयास करेंगे, तो उसे हिन्दू समाज कदापि सहन नहीं करेगा । यह निर्णय हिन्दुओं के घावों पर नमक छिडकने समान है ।’’
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उन्होंने आगे कहा, ‘‘काँग्रेस ने पहले श्रीराम को काल्पनिक कहा । तदुपरांत श्रीरामलल्ला की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा समारोह में नहीं गए और अब रामनगर का नाम बदल दिया । इससे श्रीराम के प्रति काँग्रेस का विरोध स्पष्ट दिखाई दे रहा है ।’’
Congress’s decision to rename ‘Ramanagara’ to ‘Bengaluru South’ indicates their anti-Shriram stance : @MohanGowda_HJS @HinduJagrutiOrg
If the name of Shriram is being erased in India, the land of Shriram, the Hindu community will never tolerate
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— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 30, 2024
श्री. गौडा ने प्रकाशन हेतु दिए गए अपने पत्रक में कहा है कि, ‘रामनगर’ नाम बदलने का निर्णय लेनेवाली काँग्रेस ने क्या कभी धर्मांध क्रूर औरंगजेब का नामपर देहली की औरंगजेब रोड, तुगलक रोड आदि मुगल आक्रमकों के नाम बदलने का प्रयत्न किया है ? क्या राज्य सरकार कर्नाटक के शहरों को इस्लामी नाम बदलने का साहस दिखाएगी ? ‘रामनगर’का नाम बदलने के संदर्भ में हिन्दुओं का तीव्र विरोध है और यदि नाम बदलने का निर्णय पीछे नहीं लिया, तो हिन्दू समाज रास्ते पर उतर आएगा ।