सोलापुर (महाराष्ट्र) – हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से शहर के सात रस्ता भाग के उपलप मंगल कार्यालय और एम्.आइ.डी.सी. कालोनी में ‘पद्मावती कन्वेन्शन हॉल’ में गुरुपूर्णिमा महोत्सव भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया । इसके साथ ही जिले के अकलूज एवं बार्शी में भी गुरुपूर्णिमा महोत्सव संपन्न हुआ । इन सभी महोत्सवों का १ सहस्र ५५० से भी अधिक जिज्ञासुओं ने लाभ लिया । इन महोत्सवों में मिले मार्गदर्शन से उपस्थित जिज्ञासुओं ने रामराज्य की स्थापना के लिए तैयार होने की प्रेरणा ली ।
साधना करने से व्यक्ति में सकारात्मक परिवर्तन होता है ! – प्रसाद पंडित
उपलप मंगल कार्यालय (सोलापुर) में बोलते हुए ‘अक्कलकोट प्रज्ञापीठ’के अध्यक्ष श्री. प्रसाद पंडित ने कहा, ‘‘हिन्दुओं को सामाजिक माध्यमों पर वीडियो देखने में समय बिताने के स्थान पर साधना करने के लिए समय देना चाहिए । साधना करने से व्यक्ति में सकारात्मक परिवर्तन होता है । प्रतिदिन कुलदेवता की उपासना करने से दैनंदिन जीवन की बाधाएं दूर होनी प्रारंभ होती हैं ।’’
हिन्दू जनजागृति समिति के जिला समन्वयक श्री. राजन बुणगे ने भी इस अवसर पर मार्गदर्शन किया ।
प्रत्येक हिन्दू समाज के लोगों को धर्मशिक्षित होने के लिए सहायता करे ! – वेणुगोपाल जिल्ला पंतुलु
पद्मावती कन्वेन्शन हॉल (सोलापुर) में महोत्सव में ‘अखिल भारत पद्मशाली पुरोहित संघम्’ के अध्यक्ष श्री. वेणुगोपाल जिल्ला पंतुल ने कहा, ‘‘धर्मशास्त्र में ऐसा उल्लेख है कि धर्माचरण और धर्मरक्षा के कारण शारीरिक, मानसिक और आर्थिक कष्ट न्यून होते हैं । इसलिए प्रत्येक हिन्दू को समाज के लोगों को धर्मशिक्षित होने के लिए सहायता करनी चाहिए ।
हिन्दू जनजागृति समिति की कु. वर्षा जेवळे ने उपस्थितों को मार्गदर्शन किया ।
सभी समस्याओं पर हिन्दू राष्ट्र ही उपाय है ! – अधिवक्ता प्रशांत बिचकुले, सदस्य, बार एसोसिएशन
अकलूज में गुरुपूर्णिमा महोत्सव में माळशिरस (सोलापुर) में ‘बार एसोसिएशन’चे सदस्य अधिवक्ता प्रशांत बिचकुले ने कहा, ‘‘पूर्वकाल में हिन्दू कुटुंब सुसंस्कारित होने से संगठित थे । धर्मशिक्षा के अभाव के कारण नई पीढी में सर्वधर्मसमभाव बढने से हिन्दू धर्म को गौण माना जाना प्रारंभ हो गया । इसलिए हिन्दू समाज अन्य धर्मियों के आक्रमणों का सहजता से शिकार हाे रहा है । इसे रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होना, काल की आवश्यकता बन गई है ।
बार्शी के महोत्सव में समिति की श्रीमती अनिता बुणगे ने उपस्थितों को मार्गदर्शन किया ।
विशेष
१. महोत्सव के स्थान पर सनातन के ग्रंथप्रदर्शन को जिज्ञासुओं का उत्तम प्रतिसाद मिला ।
२. कार्यक्रम के उपरांत अनेक जिज्ञासुओं ने वक्ताओं से चर्चा कर अपनी शंकाओं का समाधान किया ।
३. पद्मावती कन्व्हेन्शन हॉल में गुरुपूर्णिमा पर सनातन संस्था की पू. (कु.) दीपाली मतकर की वंदनीय उपस्थिती थी