विद्याधिराज सभागृह, श्री रामनाथ देवस्थान, गोवा : आर्य प्रतिनिधि सभाके संयोजक आचार्य योगेश शास्त्रीजी ने बंगालमें गोहत्या रोकनेके लिए किए गए प्रयत्न इस विषयपर मार्गदर्शन करते हुए प्रतिपादित किया कि, भारतीय संस्कृति मातृसंस्कृति है । ऐसा होते हुए भी इस देशमें गोहत्या हो रही है और हिंदू धर्मीय उसे चुपचाप देख रहे हैं । इसका अर्थ यह है कि देशके सर्व पुत्र मृतवत हो गए हैं । यह मातृत्वके साथ विश्वासघात है ।
आचार्य योगेशशास्त्री आगे बोले,
१. बंगालकी सीमासे गोवंशसे भरे ट्रक बांग्लादेशमें भेजे जाते हैं । इन ट्रकोंके झारखंडसे जाते समय हम उन्हें पकडते हैं । इस प्रकार गोरक्षाका कार्य करते समय एक बार हमारे ही १८ कार्यकर्ताओंपर अपराध प्रविष्ट हुआ है ।
२. पश्चिम बंगालके मुख्यमंत्री ही गोमांस खाते हैं । अतः, ऐसे राज्यमें सरकार एवं पुलिसद्वारा ही गोहत्याका समर्थन होनेसे, वहां गोरक्षाका कार्य अत्यंत विकट बन गया है । फिर भी हिंदुत्वनिष्ठ संघर्ष कर रहे हैं ।
३. कांग्रेसने इस देशसे देशी गायोंका अस्तित्व समाप्त करनेका कुटिल षड्यंत्र रचा है । इसलिए सरकारद्वारा बनाई गई योजनाके अनुसार चारा देते समय भी वह केवल जर्सी गायोंको ही मिले, इसके लिए उनके गलोंमें बिल्ले लगाए जाते हैं ।
४. इस देशके संस्कार, संस्कृति, मर्यादा एवं प्रतिष्ठा, सब कुछ गायोंमें समाविष्ट है । गायें यदि नष्ट हो गईं, तो भारत देश नष्ट हो जाएगा ।