ज्येष्ठ शुक्ल १, कलियुग वर्ष ५११५
श्री. मुतालिकजीने कहा,
१. आज विद्यालयों-महाविद्यालयोंमें अनेक प्रकारके डे मनाए जाते हैं । इन डे संस्कृतियोंके कारण एक दिन इस देशका डेथ डे मनाना पडेगा ।
२. कर्नाटकमें श्रीराम सेनाने वैलेंटाइन-डेका तीव्र विरोध किया । इस कारण मंगलुरू भागके ८० प्रतिशत महाविद्यालयोंमें ये दिन नहीं मनाए जाते । इसलिए, ३२ महिला मंडलोंने हमें आभारपत्र भी भेजा ।
३. मंदिरोंमें छोटे कपडे पहननेवाली युवतियोंको प्रवेश न करने दिया जाए, इसके लिए श्रीराम सेना प्रयत्न कर रही है । कर्नाटकमें शृंगेरीके शंकराचार्य मंदिरमें युवतियोंके लिए इस प्रकारकी आचार-संहिता लागू की गई है ।