ज्येष्ठ शुक्ल २, कलियुग वर्ष ५११५
विद्याधिराज सभागृह, श्री रामनाथ देवस्थान, गोवा : गोरक्षाका कार्य करते समय यदि किसी स्थानपर गोहत्या होनेकी जानकारी मिलती थी, तो हम उस स्थानपर छापा मारते थे । उन कसाइयोंको पुलिसके नियंत्रणमें देनेपर पुलिसवाले गोरक्षकोंपर ही अभियोग प्रविष्ट करते थे । ऐसा लगता था कि कांग्रेस सरकारके कालकी यह परिस्थिति भाजपा सरकारके समय परिवर्तित होगी; परंतु मुख्यमंत्रीसे मिलनेपर उन्होंने परामर्श दिया, मुझे सर्वधर्मियोंको साथ लेकर चलना है । आप भी अपने आंदोलनमें सर्वधर्मियोंको सम्मिलित कर लीजिए । यह संभव नहीं है । मुसलमान गोरक्षाके आंदोलनमें क्यों सम्मिलित होंगे ? यह रोकनेके लिए गोप्रमियोंको एकत्रित आकर प्रत्येक जनपदमें गोशालाका निर्माण करना चाहिए ।