ज्येष्ठ शुक्ल २ , कलियुग वर्ष ५११५
भाजपाकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठकमें राममंदिर, तथा धारा ३७० निरस्त करना, आदि महत्त्वपूर्ण विषयोंपर चर्चा ही नहीं !
हिंदूहितके सूत्रोंपर निरंतर बहाने बना कर हिंदुओंको फंसानेवाली भाजपाको आगामी चुनावमें हिंदुओंद्वारा हटाया गया, तो उसमें आश्चर्यकी क्या बात ?
पणजी, ९ जून – अयोध्याके राममंदिर, समान नागरी अधिनियम तथा कश्मीरकी धारा ३७० निरस्त करना, हिंदुओंके इन प्रमुख विषयोंपर भाजपाद्वारा गोवामें हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणीकी बैठकमें कोई भी चर्चा नहीं की गई । इस संदर्भमें पत्रकारोंद्वारा पूछा गया, तो भाजपाके प्रवक्ता शाहनवाज हुसैनद्वारा ९ जूनको पत्रकार परिषदमें अस्पष्टरूपसे यह वक्तव्य दिया गया कि इन विषयोंके प्रति भाजपाको आत्मीयता है, किंतु ये विषय हम लिखित रूपमें घोषित नहीं कर सकते । ( राममंदिर, समान नागरी अधिनियम तथा कश्मीरकी धारा ३७० निरस्त करना, हिंदू-मुसलमानोंसे संबंधित इन महत्त्वपूर्ण विषयोंकी जानकारी भाजपाका एक मुसलमान प्रवक्ता हिंदुओंको देता है ! मुख्तार अब्बास नक्वी, शहानवाज हुसैनके समान मुसलमान प्रवक्ता जिस दलके प्रवक्ता होंगे, वह दल क्या कभी हिंदूहितका विचार कर सकता है ? अथवा क्या राममंदिरका निर्माण कर सकता है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
भाजपाकी राष्ट्रीय कार्यकारिणीकी बैठकमें अंतिम दिन प्रस्तुत किए गए प्रस्तावके संदर्भमें शाहनवाज हुसैनद्वारा पत्रकारोंको जानकारी दी गई । उसमें हुसैनने बताया, भ्रष्टाचारी कांग्रेसको हटाकर देश बचाने हेतु भाजपा एक पर्यायके रूपमें आगे आए, इस प्रकारका प्रस्ताव भाजपाके अध्यक्ष राजनाथसिंहद्वारा बैठकमें प्रस्तुत किया गया । गोवा राज्यको विशेष राज्यका स्तर प्राप्त हो, गोवाके मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकरद्वारा ऐसा सूत्र प्रस्तुत किया गया । देहलीको पूर्ण राज्यका स्तर प्राप्त हो, यह सूत्र वहांके नेता विजय गोयलद्वारा प्रस्तुत किया गया । भाजपाद्वारा गोवाके सागर किनारेपर हुए मंथनसे अमृत निकाला गया है, यह अमृत देशके लोगोंतक पहुंच जाएगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात