ज्येष्ठ शुक्ल ५, कलियुग वर्ष ५११५
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मेरठ (उत्तर प्रदेश) – खाड़ी देशों में बड़े पैमाने पर गोमांस निर्यात हो रहा था । डीएम के नेतृत्व में गढ़ रोड स्थित मुद्रा कोल्ड स्टोरेज डपैकेजिंग मीट प्लांट़ में मारे गए छापे से यह पता चला है । मीट के आठ नमूनों की जांच कर मथुरा स्थित फोरेंसिक लैब ने गोमांस होने की पुष्टि कर दी है । प्लांट संचालकों के विरुद्ध मेडिकल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है । अब इकाई को सील करने की तैयारी है । इस मामले में मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने भी रिपोर्ट तलब की है ।
एडीएम सिटी सतीश कुमार दुबे ने बताया कि मुद्रा कोल स्टोरेज से मीट के आठ नमूने लिए गए थे, उन्हीं का परीक्षण कराया गया । इकाई संचालक हाजी तोसीफ इलाही, लियाकत आदि के विरुद्ध गोहत्या आदि गंभीर धाराओं में पशु चिकित्साधिकारी की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है । उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी डॉ. ब्रजेश बहादुर की रिपोर्ट के आधार पर इकाई को सील करने की तैयारी की जा रही है ।
बूचड़खाने नहीं फिर भी मांस का निर्यात
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मांस माफिया के तार खाड़ी देशों से जुड़े हैं । डायरेक्टेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस डडीआरआइ़, केंद्रीय व प्रदेश गृह विभाग की मानें तो मेरठ, खुर्जा, रामपुर, उन्नाव, सहारनपुर, गाजियाबाद, मुरादाबाद समेत देश के कई मीट प्लांटों में खाड़ी देशों से धन बरस रहा हैं । मेरठ की मुद्रा कोल्ड स्टोर समेत वेस्ट यूपी की सात व देश की ऐसी १४ फर्जी कंपनियां हैं, जिनके पास अनुमोदित बूचड़खाना नही है । इसके बाद भी वे विदेशों में मीट निर्यात कर रही हैं । नियमानुसार अनुमोदित बूचड़खाने का मांस ही विदेशों में आपूर्ति हो सकता है ।
स्त्रोत : दैनिक जागरण