हिंदुओ, धर्मांतरका प्रयास करनेवाले ईसाइयोंको वे जहां भी दिखाई दें, उन्हें फटकारें !
हिंदुत्ववादी शिवसेनाकी सत्तामें रहनेवाली महापालिकाके रुग्णालयमें हो रहे धर्मांतरको कौन रोकेगा ?
इस प्रकार ईसाई अपने धर्मांतरका कार्य योजनाबद्ध ढंगसे कर रहे हैं, यह सार्वजनिकरूपसे उजागर हुआ है । पीडित लोगोंको ‘प्रभु येशूसे प्रार्थना करें, आप शीघ्र अच्छे होंगे, ऐसा कहते हुए साप्ताहिक ‘प्रार्थना मार्ग’ समाचारपत्रका अक्टूबर २०११ का अंक प्रदान किया जा रहा था । यह ज्ञात होते ही वहां उपस्थित एक धर्माभिमानी हिंदुने उस प्रचारक को भली-भांति फटकारा और अपने चारों ओर उपस्थित रोगियोंके परिवारवालोंका उद्बोधन कर, उन्हें भी इस प्रकारका विरोध करनेके लिए प्रेरित किया । इसके फलस्वरूप उस ईसाईको वहांसे सब समेटकर भागना पडा । (रोगी एवं उसके परिजनोंकी मानसिकताका अनुचित लाभ उठाकर उन्हें धर्मातरित करनेका प्रयास करनेवाले ईसाई प्रचारकका विरोध करनेवाले हिंदु धर्माभिमानीका अभिनंदन ! – संपादक)
कहते हैं, येशू रोग ठीक करेगा !
वसई (जनपद ठाणे, महाराष्ट्र) – यहांसे वंदना कोलासो संपादिकाके नामसे प्रकाशित ‘प्रार्थना मार्ग’ साप्ताहिकमें वसईमें स्थित ‘आशीर्वाद’ प्रार्थना केंद्रमें होनेवाले निवासी शिविरमें आए लगभग २५ लोगोंके विभिन्न रोग अच्छे होनेके संदर्भमें अनुभूतियां ‘जीवित साक्ष्य प्रभु येशूके शक्तिकी’ नामसे प्रकाशित की गई हैं । इस अंकके अंतिम पृष्ठपर ‘क्या आप बीमार हो ?’, ‘क्या आप आपत्कालमें हो ?’, ‘ क्या आप जीवनसे निराश हो गए हो ?’, ‘प्रभु येशू आपको आमंत्रित कर रहे हैं’ ‘आशीर्वाद प्रार्थना केंद्रमें आईए एवं प्रभु येशूके प्रेमको अनुभव कीजिए’, ऐसा सार्वजनिकरूपसे आवाहन किया गया है । उपरोक्त विधानोंपर तीव्र आक्षेप लेते हुए एक जागरूक धर्माभिमानी हिंदुने उस प्रचारकको फटकारते हुए उसे अपना सर्व प्रचार साहित्य लेकर वहांसे निकल जानेके लिए कहा ।
धर्माभिमानीने आगे कहा, ‘‘यदि येशूको प्रार्थना करनेसे रोग अच्छे हो जाते, तो सोनिया गांधीको विदेशमें जाकर उपचार करनेकी आवश्यकता नहीं होती ।’’ इस सूत्रके आधारपर उपस्थित लोगोंका इस संदर्भमें प्रबोधन किया । विषय सुननेके उपरांत उन सभीने उत्स्फूर्त प्रतिसाद देते हुए कहा कि, ‘‘यह अयोग्य है’’ और यह कहते हुए उन सभीने मिलकर उस प्रचारकको तीव्र विरोध किया । अतः अंतमें उस प्रचारकको वहांसे निकल जाना पडा ।